कंप्यूटर साइंस और एमबीए के छात्रों को एकेटीयू ने दी बड़ी सहूलियत
कंप्यूटर एंड बिजनेस स्टडीज का नया पाठ्यक्रम किया गया तैयार
अलग-अलग नहीं करनी पड़ेगी कंप्यूटर और बिजनेस की पढ़ाई

कानपुर। अब कंप्यूटर साइंस में बीटेक कर रहे छात्रों को बिजनेस कोर्स की पढ़ाई के लिए अलग से एमबीए के लिए समय नहीं देना पड़ेगा। एकेटीयू ने कंप्यूटर साइंस और एमबीए को मिलाकर कंप्यूटर एंड बिजनेस स्टडीज पाठ्यक्रम तैयार किया है। इस सत्र से इन पाठ्यक्रमों की तकनीकी संस्थान मान्यता ले सकते हैं। इससे दोनो विषयों के छात्रों को काफी सहूलियत मिलेगी और अच्छे पैकेज वाली जॉब मिलने में भी आसानी होगी।
मांग को देखते हुए लिया फैसला
कंप्यूटर साइंस और एमबीए की बढ़ती हुई मांग को देखते हुए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) ने यह फैसला लिया है। प्रदेश के सभी तकनीकी संस्थान डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) से संबद्ध हैं। विवि लगातार सर्वे कर इंडस्ट्री और कंपनियों की मांग आधार पर पाठ्यक्रम में बदलाव कर रहा है। इसी क्रम में विवि प्रशासन अपने तकनीकी संस्थानों में पांच छह नए पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है। नए सत्र से प्रदेशभर के तकनीकी संस्थानों को आवेदन करने पर इसकी मान्यता दी जाएगी। ये वे कोर्स हैं, जिसकी अब तक बीटेक में पढ़ाई नहीं होती है।
तकनीकी संस्थानों को मिलेगी मान्यता
एकेटीयू के मीडिया प्रभारी डॉ. आशीष मिश्रा ने बताया कि इस सत्र से पहली बार तकनीकी संस्थानों को मान्यता प्रदान की जाएगी। विवि कंप्यूटर एंड साइंस स्टडीज के अलावा इमर्जिंग टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई), मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और डाटा साइंस की नई ब्रांच की मान्यता देगा। उन्होंने बताया कि इन नए कोर्स के लिए तकनीकी संस्थानों के आवेदन आना शुरू हो गए हैं।
नए छह कोर्स की मिलेगी मान्यता
सभी तकनीकी संस्थानों को एकेटीयू इन नए छह पाठ्यक्रम की मान्यता तो दे रहा है लेकिन सीट में किसी तरह का इजाफा नहीं होगा। विवि के मीडिया प्रभारी डॉ. आशीष मिश्रा ने बताया अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की ओर से निर्धारित सीटों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। अगर किसी संस्थान को इन कोर्स की मान्यता लेनी होगी, तो वह पूर्व में संचालित ब्रांच की सीटों में कटौती करनी होगी।
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