संघ कार्यकर्ताओं की हत्या के साथ ही हिंदू महिलाओं को लव जेहाद के जरिए धर्म परिवर्तन कराए जाने को लेकर आज एबीवीपी कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सड़क पर लेटकर सब पर सवार होकर केरल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस मौके पर पुलिस-प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे और उन्हें सड़क से हट जाने को कहा।
जिसके चलते एबीवीपी और पुलिस के बीच भिड़ंत की नौबत आ गई। पुलिस के समझाने के बाद कार्यकर्ता शांत हुए और 21 नवंबर को केरल जाने का ऐलान कर दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के प्रदेश संगठन मंत्री विजय प्रताप का कहना है कि केरल में सीपीएम पार्टी लगातार कार्यकर्ताओं पर हमले करवाने के साथ उनकी हत्या करवा रही है। इसके विरोध में 11 नवम्बर को केरल चलो रैली का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पूरे देश से करीब पचास हजार कार्यकर्ता केरल पहुंचेंगे।
इनकी जड़ों को उखाड़ फेंकेगी एबीवीपी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के प्रदेश संगठन मंत्री विजय प्रताप का कहना है कि केरल को वहां की सरकार मुस्लिम राज्य बनाने पर आमादा है। बंदूक की नोंक पर सत्ता हासिल करना वामपंथियों की प्रकृति है, जिसे एबीवीपी खत्म कर के ही दम लेगी। कहा, केरल में लगातार राजनीतिक हिंसा हो रही है और इसका प्रायोजन राज्य सरकार कर रही है। हम केरल में जाकर बीजेपी और संघ के कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे। एबीवीपी मंत्री ने कहा कि पूरे देश में वामपंथियों के खिलाफ उबाल है और वहां भी जनता बदलाव करेगी।
लव जेहाद के जरिए धर्म परिवर्तन प्रदेश संगठन मंत्री विजय प्रताप ने आरोप लगाते हुए बताया कि केरल में ’कट्टरपंथी’ मुस्लिम संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और इसके राजनीतिक चेहरे सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) हिंदू महिलाओं को लव जिहाद के जरिए पहले फंसाते हैं ओर फिर धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। अभी तक 100 से ज्यादा ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। जिसकी जांच भी एनआईए कर रही है।
एबीवीपी किसी भी राष्ट्रविरोधी गतिविधि को देश में पनपने नहीं देगी और इसको अपने तरीके से खत्म करेगी। संगठनमंत्री ने कहा कि केंद्र को केरल सरकार से सवाल-जवाब करना चाहिए और वहां पर राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए। जिससे हिंदुओं का कत्ल रोका जा सके।