अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कानपुर प्रांत के अभियान सामाजिक अनुभूति 2018 के तहत कार्यकर्ताओं ने आठ से 14 जून तक गांव गांव जाकर ग्रामीणों और वहां के युवाओं का रुझान लिया. कानपुर प्रांत के अध्यक्ष डॉ. अनूप सिंह ने बताया कि प्रवास के दौरान 10 हजार से ज्यादा ग्रामीणों से बातचीत की गई. डॉ. सिंह ने बताया कि यह रिपोर्ट परिषद के मुंबई स्थित मुख्यालय भी भेजी जाएगी.
– ग्रामीण युवा स्किल तो है, लेकिन आर्थिक मदद न होने के कारण वह खुद कुछ शुरू नहीं कर पा रहे हैं. – गांवों में आज भी जातिगत भेदभाव जैसी कई कुरीतियां लोगों के बीच फैली है. इसे दूर करने के लिए सामाजिक समरसता का अभियान चलाया जाना चाहिए.
डॉक्टर अनूप ने बताया कि अभियान के तहत 50 सवालों का एक प्रोफार्मा बनाया गया था. इसमें संबंधित व्यक्ति के गांव के हालात, उनके व्यक्तिगत हालात, समाज के हालात, सरकारी योजनाओं के हालात और विभागों के हालात से जुड़ी जानकारियां भी ली गईं थीं. इसमें लगभग 80 प्रतिशत लोगों के जवाब सभी प्रश्नों पर एक जैसे मिले.