फीस जमा को लेकर पुराना आदेश रहेगा लागू
शासन ने स्पष्ट किया है कि फीस जमा करने को लेकर पूर्व में जारी हुआ आदेश लागू रहेगा। जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार तिवारी ने बताया कि प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी विद्यालय न तो अभिभावकों पर एक साथ तीन माह की फीस जमा करने का दबाव बनाएंगे और ना ही फीस में वृद्धि कर सकेंगे। ऐसा करने वालों पर जिला विद्यालय निरीक्षक के स्तर से भी निगरानी की जाएगी। फीस बढ़ाने सम्बंधी शिकायतें पहुंच रही थीं।
शासन ने स्पष्ट किया है कि फीस जमा करने को लेकर पूर्व में जारी हुआ आदेश लागू रहेगा। जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार तिवारी ने बताया कि प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी विद्यालय न तो अभिभावकों पर एक साथ तीन माह की फीस जमा करने का दबाव बनाएंगे और ना ही फीस में वृद्धि कर सकेंगे। ऐसा करने वालों पर जिला विद्यालय निरीक्षक के स्तर से भी निगरानी की जाएगी। फीस बढ़ाने सम्बंधी शिकायतें पहुंच रही थीं।
जुलाई-अगस्त तक खुल सकते स्कूल
फिलहाल पूरे देश में लॉकडाउन लागू है, जो ३ मई को खत्म हो रहा है। ३ मई के बाद उन जिलों में लॉकडाउन में छूट मिल सकती है, जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बेहद मामूली है। लेकिन स्कूल खुलने की संभावना कम ही है। जबकि कानपुर में तो कोरोना मरीजों की भारी संख्या के कारण लॉकडाउन खुलना संभव नहीं है, ऐसे में स्कूल खोलने का तो सवाल ही नहीं उठता। संभावना जताई जा रही है कि अगर हालात काबू में आ गए तो जुलाई-अगस्त तक स्कूल खोले जा सकते हैं। तब तक ऑनलाइन तरीके से ही बच्चों को पढ़ाई करनी होगी। स्कूल खुलने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना पड़ेगा। इसके लिए स्कूलों को पहले से तैयारी करनी होगी, तभी स्कूल खोलने की अनुमति मिलेगी।
फिलहाल पूरे देश में लॉकडाउन लागू है, जो ३ मई को खत्म हो रहा है। ३ मई के बाद उन जिलों में लॉकडाउन में छूट मिल सकती है, जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बेहद मामूली है। लेकिन स्कूल खुलने की संभावना कम ही है। जबकि कानपुर में तो कोरोना मरीजों की भारी संख्या के कारण लॉकडाउन खुलना संभव नहीं है, ऐसे में स्कूल खोलने का तो सवाल ही नहीं उठता। संभावना जताई जा रही है कि अगर हालात काबू में आ गए तो जुलाई-अगस्त तक स्कूल खोले जा सकते हैं। तब तक ऑनलाइन तरीके से ही बच्चों को पढ़ाई करनी होगी। स्कूल खुलने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना पड़ेगा। इसके लिए स्कूलों को पहले से तैयारी करनी होगी, तभी स्कूल खोलने की अनुमति मिलेगी।