एंटी लार्वा एवं फागिंग होना है जरूरी वहीं उर्सला के चिकित्सा अधीक्षक डा. एके सिंह ने बताया कि निजी लैब में दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है, जो भर्ती किए गए हैं। पिछले दो वर्ष से डेंगू के केस न आने पर स्वास्थ्य विभाग विभाग के मलेरिया इकाई द्वारा भी शहरी क्षेत्र में एंटी लार्वा का छिड़काव व फागिंग नहीं कराई गई। इधर बारिश होने से मच्छरों का प्रकोप बढऩे लगा है। घर में या घर के आसपास किसी भी स्थान पर पानी एकत्रित न होने दें। यदि जलभराव है तो मोबिल आयल डालें। पूरी आस्तीन के कपड़े बच्चों को पहनाएं।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान खासतौर पर मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें। बुखार आने पर सिर्फ पैरासिटामाल टेबलेट ही लें। किसी प्रकार की दर्द निवारक दवाओं का सेवन न करें। सीएमओ डॉ. नैपाल सिंह ने बताया कि डेंगू और चिकुनगुनिया को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। अगर कोई निजी लैब डेंगू की जांच करे और संक्रमित मिले, उसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को जरूर दें। इसी तरह निजी अस्पताल भी अपने यहां भर्ती होने वाले मरीजों की सूचना फार्मेट में भर कर दें। ऐसा नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।