साउथ सिटी के लगभग सभी छोटे-बड़े चौराहों पर करीब 2 साल पहले करोड़ों के खर्च से ट्रैफिक लाइट्स लगा दी गई थीं. उस वक्त साउथ सिटी के लोगों ने अपने आप को स्मार्ट ट्रैफिक की राह पर चलते हुए देख काफी अच्छा महसूस किया था, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया साउथ सिटी के लोगों की उम्मींद टूटती गई.
बता दें कि साउथ सिटी के लगभग हर चौराहे पर आपको ट्रैफिक लाइट्स दिख जाएंगी. ऐसे में अगर हम साउथ सिटी के लिए फजलगंज चौराहे से सफर शुरू करें तो बर्रा बाईपास चौराहे तक करीब 06 चौराहों, तिराहों पर लाइट्स लगी दिखती हैं. इसमें चावला मार्केट, नंदलाल चौराहा, दीप तिराहा, साकेतनगर तिराहा, सचान चौराहा और बर्रा बाईपास चौराहा आदि प्रमुख हैं, लेकिन एक भी चौराहे या तिराहे पर इन लाइट्स के भरोसे ट्रैफिक संचालित नहीं किया जाता है.
विजयनगर से साउथ सिटी की ओर जाने वाले रूट पर सीटीआई चौराहा और शास्त्री चौक चौराहे पर भी ट्रैफिक लाइट्स के मुताबिक नहीं चलता है. इसके अलावा किदवईनगर चौराहा, बारादेवी चौराहा, नौबस्ता चौराहा, यशोदानगर चौराहा, पुरानी मौरंग मंडी चौराहा, जूही डिपो चौराहा आदि चौराहों पर लाइट्स लगी तो दिख जाएंगी, लेकिन इनका कोई इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
इस बारे में एसपी ट्रैफिक सुशील कुमार कहते हैं कि साउथ सिटी की ट्रैफिक लाइट्स जल्द ट्रैफिक को गाइड करेंगी. लोग ट्रैफिक लाइट्स को फॉलो नहीं करते हैं, लोगों को अपनी सोच बदलने की जरूरत है. जिन चौराहों पर लाइट्स काम नहीं कर रही हैं, उनकी मरम्मत के लिए कंपनी को लिखा गया है.