यहाँ भी पढ़ें: कानपुर के हैलट अस्पताल में सामने आया ऑप्टिक न्यूराइटिस का पहला मरीज, चिकित्सक का दावा देश का पहला मरीज आपको बता दें कि कानपुर के काकादेव निवासी मूंक-बधिर आदित्य गुप्ता डेढ़ वर्ष पहले मो. उमर के संपर्क में आया था। फिर धर्म परिवर्तन कर अब्दुल कादिर बन गया। जिसमें आदित्य का माइंड वाश करने की जानकारी मिली थी। उमर के कहने पर आदित्य धर्म परिवर्तन के लिए दूसरों को भी प्रेरित करने लगा था। यहां तक कि कानपुर के बिठूर के एक बधिर स्कूल के एक दसवीं के छात्र का काफी माइंड वॉश कर भी लिया था। यहां तक कि वह भी नमाज पढ़ने लगा था। उसके धर्म परिवर्तन से पहले ही मामला खुल गया।
जानकारी मिली कि आदित्य हलीम मुस्लिम कॉलेज में जाकर छात्रों को सांकेतिक भाषा में प्रेरित कर चुका है। यहां भी कुछ गैर मुस्लिम लोग इकट्ठा किए जाते थे। बीते अगस्त 2020 में लॉकडाउन के बाद जब ऑनलाइन क्लास शुरू हुईं तो वीडियो कॉल से आदित्य ने एक छात्र का माइंड वॉश करना शुरू किया। धर्म परिवर्तन के लिए नौकरी, शादी और पैसों का लालच भी दिया। स्कूल के प्रिंसिपल रामदास पाल के मुताबिक आदित्य के संपर्क में जो छात्र आया था, उसका व्यवहार काफी हद तक बदल गया था। फिलहाल अब पुलिस और एटीएस इस प्रकरण की जांच में जुटी है।