वहीं 140 बेड वाले इस अस्पताल में 200 से ज्यादा बच्चे भर्ती हैं। इनमें मंधना निवासी 12 वर्षीय किशोर को उल्टी, दस्त की समस्याओं पर उसे बाल रोग चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हैलट में एक हफ्ते पहले भर्ती हुए कन्नौज निवासी 68 वर्षीय शिवाकांत और फतेहपुर निवासी 32 वर्षीय मोनू की इलाज के दौरान मौत हो गई।
बताया गया कि इन दोनों मरीजों में बुखार के साथ फेफड़ों में भी संक्रमण था। नवाबगंज निवासी बुखार पीड़ित रामकिशोर विश्वकर्मा के फेफड़ों में पानी भरा था, उनकी मौत हो गई। बाल रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. यशवंत राव ने बताया कि अस्पताल में बेड की कमी की वजह से कई बच्चों को मेटरनिटी विंग में शिफ्ट किया जा रहा है।