आपको बता दें कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में पानी तो उतरने लगा है, लेकिन बीमारियों का कहर थमने का नाम नही ले रहा है। पानी के बहाव में बहकर आये जीवों के मरने व कूड़े के ढेर से उठने वाली सड़ांध बीमारियों में बढ़ोत्तरी कर रही है। स्वास्थ विभाग की ओर से अब तक छह हजार से अधिक क्लोरीन की गोलियों का वितरण कराया जा चुका है। इसके बावजूद लोग वायरल बुखार, चर्मरोग, खुजली आदि बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। हालांकि सीएमओ ने एंबुलेंस सेवा शुरू होने के बाद गंभीर बीमारों को स्वास्थ केंद्रों पर तत्काल पहुंचाने के निर्देश जारी किए हैं। संक्रामक रोग नोडल डॉ. एपी वर्मा ने बताया कि गांवों में मरीजों का परीक्षण कर दवाएं वितरित की जा रही हैं। स्वास्थ टीमें अनवरत कार्यरत हैं।