कानपुर देहात में अकबरपुर कोतवाली से चंद कदम की दूरी पर संचालित अवैध ओम हास्पिटल में प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की मौत हो गई थी। मामले में संचालक दीपक तिवारी व राजपुर की आशा बहू सुनीता तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए हास्पिटल को दोबारा सीज किया गया। पैतृक द्वारा अस्पताल की लापरवाही को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। मामले में डीएम के निर्देश पर 3 जून को एसडीएम सदर आनंद कुमार सिंह, डिप्टी सीएमओ डॉ. एपी वर्मा ने अकबरपुर शहर के माती रोड टेलीफोन एक्सचेंज के समीप स्थित न्यू रमा शिव हास्पिटल, कोतवाली रोड स्थित राधा-कृष्ण हास्पिटल तथा मड़वाई मोड़ पर स्थित श्री सांई हास्पिटल एंड सर्जिकल सेंटर में औचक छापेमारी की थी। यहां पर अधिकारियों को मरीज भर्ती मिले थे। जबकि पंजीकरण आवेदन पत्र के अनुसार डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ नदारद मिला था।
एसडीएम ने राधा-कृष्ण अस्पताल व श्री सांई हास्पिटल से मौके पर मिले एक-एक कर्मी को हिरासत में लेकर कोतवाली भेजा था। उन्होंने निजी अस्पताल संचालकों की मनमानी व मरीजों की जान से खिलवाड़ करने पर आपत्ति जताई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ ने तीनों निजी अस्पतालों का पंजीकरण तत्काल प्रभाव से निरस्त किया है। साथ ही अन्य संचालकों को मानक के अनुसार अस्पताल संचालित करते हुए प्रशिक्षित डॉक्टर व कर्मी हर समय मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं।मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर हीरा सिंह ने बताया कि एसडीएम व डिप्टी सीएमओ को निरीक्षण में पंजीकरण पत्र के अनुसार डॉक्टर व स्टाफ नहीं मिला था। लापरवाही बरतने में न्यू रमा शिव हास्पिटल, राधा-कृष्ण हास्पिटल व श्री सांई हास्पिटल का पंजीकरण निरस्त करते हुए डीएम को सूचना दी गई है।