कानपुर देहात. उत्तर प्रदेश सरकार चुनाव के सन्निकट देश-प्रदेश की जनता को लुभाने के लिये तरह-तरह की योजनाएं व लॉलीपॉप देने में जुटी है। वहीं छात्र-छात्राओं को लुभाने के लिये विगत वर्षाें की भांति इस वर्ष भी लैपटाप वितरित कर रही है लेकिन जिला कानपुर देहात के अकबरपुर महाविद्यालय में 2014-15 एवं 2015-16 मे पास हुए हाईस्कूल व इंटर के छात्र छात्राओं को लैपटाप वितरण मे धांधली का आरोप लगाते हुए छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा काटा। छात्राओं का आरोप है कि जिनकी हाईमेरिट 90 फीसद है, ऐसे कई छात्र छात्राओं को लैपटाप से वंचित कर दिया गया।
जबकि अपने चहेतों 70 फीसद वालों को लैपटाप दिया गया है। जिससे पात्र छात्र-छात्राएं इधर-उधर भटकते रहे। जिसके बाद छात्र-छात्राओं ने कॉलेज प्रबंधन व शिक्षा विभाग के अफसरों पर अनियमित्ता का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। गुस्साए छात्र छात्राओं ने जिलाधिकारी कानपुर देहात का घेराव करते हुये पूरी बात बताई। छात्र छात्राओं ने कहा कि मुख्यमंत्री से लिखित शिकायत की जायेगी। हालांकि जिलाधिकारी ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है।
छात्र-छात्राओं ने डीएम का किया घेराव तो डीआईओएस ने बंद किया चैनल
जनपद के अकबरपुर महाविद्यालय में हाईस्कूल व इंटर के 1144 छात्र छात्राओं को लैपटाप दिया जाना था। कार्यक्रम स्थल पहुंचे छात्र-छात्राओं को जब सूची में नाम नहीं मिला तो वे भड़क उठे और कुछ छात्राएं मंच पर पहुंचकर हंगामा काटने लगी। डीएम ने कार्यक्रम समापन के बाद वार्ता की बात कही। समापन के बाद जैसे ही डीएम कार की तरफ बढ़े तो छात्र छात्राओं ने घेरकर हंगामा शुरू कर दिया। छात्र-छात्राओं ने मेरिट में होने के बाद भी सूची से बाहर करने सहित कॉलेज प्रबंधन पर पांच पांच हजार रुपये मांगने का आरोप लगाते हुये करीब आधे घंटे तक हंगामा काटा। छात्र छात्राओं को उत्तेजित देख डीआईओएस ने मुख्य द्वार का चैनल बंद कर दिया। गेट पर लगे सुरक्षाकर्मी उन्हे अंदर जाने से रोकते रहे।
छात्र छात्राओं की जुबानी
आरपीएस इंटर कॉलेज के छात्र आर्यन गुप्ता ने बताया कि 91व17 फीसद अंक होने पर भी लैपटाप नहीं दिया गया है। जबकि विद्यालय के ही अभिषेक अवस्थी के 88 फीसद अंक होने पर उसे लैपटाप दिया गया है। विभाग की इस अनियमित्ता से छात्र छात्राओं का मनोबल गिरा है। सरदारपुर स्थित देवीदयाल कालेज की छात्रा महिमा देवी, नीलिमा कटियार, प्रगति कटियार, उजरा खातून, अंशू मिश्रा आदि ने बताया कि प्रधानाचार्य ने पांच-पांच हजार रुपये की मांग की थी। पहले सूची मे उनके नाम थे लेकिन बाद में काट दिये गये।
झींझक के सरस्वती शारदा इंटर कॉलेज की छात्रा अनामिका गुप्ता ने भी आरोप लगाते हुये कहा कि पक्षपात किया गया है।
डीआईओएस प्रेम प्रकाश मौर्य ने बताया कि जिले के 190 सीबीएसई बोर्ड व 80 यूपी बोर्ड के मेधावियों के लिये लैपटाप कम मिले है। ऐसी स्थिति में छात्रों के नाम सूची में शामिल नहीं है। लैपटाप आने पर सभी पात्रों को दिये जायेंगे।
जिलाधिकारी कानपुर देहात कुमार रविकांत का कहना है कि छात्रों के सभी प्रकरण लेकर जांच के निर्देश दिये गये है। नियमों की अनदेखी मिलने की स्थिति पर दोषी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जायेगा।