शनिवार को कन्नौज में सपाध्यक्ष अखिलेश यादव एक महिला सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान एक युवक ने बेरोजगारी को लेकर सवाल उठाया तो उसे अखिलेश ने उसे अपने पास बुलाया। इस पर युवक जय श्री राम का नारा लगाने लगा। इस पर सपाइयों ने उसे पकडक़र पीटने के बाद पुलिस को सौंप दिया था था। हालांकि इससे सभा में अव्यवस्था का आलम हो गया था। पुलिस ने सभा में हंगामा मचाने वाले युवक पर शांति भंग की कार्रवाई की है। एसपी अमरेन्द्र प्रसाद सिंह का कहना कि युवक का शांति भंग में चालान कर दिया है।
रविवार को पत्रकारों से वार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा वाले अपना कार्यकर्ता भेजकर मेरा कार्यक्रम खराब करना चाहते हैं तो वे भी समझ लें, अगर वह मेरी सभा खराब करेंगे तो वे भी सभा कर नहीं पाएंगे। कहा कि अगर उनकी यही हरकत रही और लोकतंत्र में यह परंपरा नहीं बदली तो वह भी कार्यक्रम नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि वह उस लडक़े और उसके पिता से मिलकर यह जानना चाहते हैं कि आखिर उसने यह हरकत किसके इशारे पर की।
कन्नौज में इस मामले को लेकर सपा और भाजपा आमने सामने आ गई है। इससे पहले भी अखिलेश यादव और भाजपा सांसद सुब्रत पाठक के बीच तीखी बयानबाजी अखबारों की सुर्खियां बन चुकी हैं। मामला थोड़ा शांत हुआ था कि इस हरकत ने सपाइयों के गुस्से को फिर से भडक़ा दिया है, दूसरी ओर कई वर्षों बाद कन्नौज सीट भाजपा की झोली में जाने से कार्यकर्ता उत्साह में हैं। कन्नौज में सपा समर्थकों की संख्या अच्छी खासी है, ऐसे में अगर तनाव की स्थिति बनी रही तो राजनीतिक विवाद के चलते स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है।