अलाउद्दीन के इस वल्र्ड रिकार्ड की गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड के जज मनीष विश्नोई ने निगरानी की। सिंगल सीटिंग मैराथन रीडिंग अलाउड कैटेगरी के इस रिकॉर्ड में एक भी ब्रेक नहीं मिलता है। पढ़ते-पढ़ते ही पानी या ड्राई फ्रूट्स ले सकते थे लेकिन 30 सेकेंड से ज्यादा नहीं रुक सकते। अभी तक यह रिकॉर्ड लखीमपुर खीरी के यतीश चंद्र शुक्ला के नाम पर था। उन्होंने लगातार 24 घंटे पढ़कर यह रिकॉर्ड बनाया था।
गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड और गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड की तरफ से अलाउद्दीन को 24 घंटे पांच मिनट पढऩे का टास्क मिला था। लेकिन अलाउद्दीन ने 27 घंटे पांच मिनट तक पढऩे का फैसला लिया था। इस बीच गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से आए जज मनीष विश्नोई ने अलाउद्दीन के रिकॉर्ड का प्रमाणपत्र उनके शिक्षक डॉ. दिलीप गंगवार और उनके पिता को भेंट किया। वहीं गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड के सर्टिफिकेट के लिए अभी अलाउद्दीन को जजों की रिपोर्ट और वीडियो भेजना होगा।
वल्र्ड रिकार्ड बनाने वाले छात्र अलाउद्दीन ने बताया कि अब वह तीन नए रिकॉर्ड बनाने की तैयारी कर रहे हैं। इसमें पहला लांगेस्ट मैराथन लेक्चर का है। इसके लिए उन्हें लगातार 134 घंटे लेक्चर देना होगा। एक घंटे में दो से पांच मिनट का अंतराल मिलेगा। इसके बाद लांगेस्ट रीडिंग अलाउड। इसमें 114 घंटे बोलकर पढऩा होगा। तीसरा बिना देखे स्पीच देने का रिकॉर्ड है। इसमें भी 24 घंटे का रिकॉर्ड अभी तक है।