यह लक्षण दिखें तो हो जाएं सतर्क
कोरोना वायरस के लक्षण तो सर्दी-बुखार जैसे हैं, लेकिन यह खतरनाक ज्यादा है। इसका वायरस जानलेवा है। हालांकि सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला के मुताबिक कोरोना को लेकर किसी तरह घबराने की जरूरत नहीं है। अस्पतालों से इंतजाम करने को कहा है। एसीएमओ स्तर के अधिकारियों को रिपोर्ट लेने के लिए लगाया गया है। एपिडिमॉलोजिस्ट नजर भी रख रहे। घर के किसी सदस्य को अगर सर्दी जुकाम छींक या निमोनिया की शिकायत हो तो अस्पताल लाएं और कोशिश करें मरीज को मॉस्क लगा दें। वैसे भी भीड़भाड़ वाली जगहों पर संक्रमण बढऩे की संभावना रहती है।
कोरोना वायरस के लक्षण तो सर्दी-बुखार जैसे हैं, लेकिन यह खतरनाक ज्यादा है। इसका वायरस जानलेवा है। हालांकि सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला के मुताबिक कोरोना को लेकर किसी तरह घबराने की जरूरत नहीं है। अस्पतालों से इंतजाम करने को कहा है। एसीएमओ स्तर के अधिकारियों को रिपोर्ट लेने के लिए लगाया गया है। एपिडिमॉलोजिस्ट नजर भी रख रहे। घर के किसी सदस्य को अगर सर्दी जुकाम छींक या निमोनिया की शिकायत हो तो अस्पताल लाएं और कोशिश करें मरीज को मॉस्क लगा दें। वैसे भी भीड़भाड़ वाली जगहों पर संक्रमण बढऩे की संभावना रहती है।
वापस लौट रहे लोगों पर नजर
इस समय बड़ी संख्या में लोग दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सर्दियों की छुट्टी मनाकर लौट रहे हैं। ऐसे लोगों को अगर निमोनिया या सर्दी जुकाम है तो उन्हें जरूर एहतियात बरतना चाहिए क्योंकि बाहर से आया वायरस जटिल मिल रहा है। उस पर दवाएं बेअसर हो रही हैं। दक्षिण भारत से लौटे एक डॉक्टर खुद सर्दी जुकाम से पीडि़त हो गए। उन्हें एंटी फ्लू खाना पड़ा।
इस समय बड़ी संख्या में लोग दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सर्दियों की छुट्टी मनाकर लौट रहे हैं। ऐसे लोगों को अगर निमोनिया या सर्दी जुकाम है तो उन्हें जरूर एहतियात बरतना चाहिए क्योंकि बाहर से आया वायरस जटिल मिल रहा है। उस पर दवाएं बेअसर हो रही हैं। दक्षिण भारत से लौटे एक डॉक्टर खुद सर्दी जुकाम से पीडि़त हो गए। उन्हें एंटी फ्लू खाना पड़ा।
सामान्य मास्क बेअसर
डॉक्टरों के मुताबिक वैसे भी रोजाना ओपीडी में भारी भीड़ हो रही है। सामान्य जुकाम से बचने के लिए एन-95 मॉस्क की जरूरत है मगर वह उपलब्ध नहीं है। हैलट के डॉक्टरों के लिए एन-95 मॉस्क उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सामान्य मॉस्क से वह लोग काम चला रहे हैं, सामान्य मास्क किसी तरह वायरस संक्रमण से बचाने को कारगर नहीं है। प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या के मुताबिक स्टोर इंचार्ज से मॉस्क उपलब्ध कराने की बात कही गई है। अगर उपलब्ध नहीं है तो खरीदारी की जाएगी।
डॉक्टरों के मुताबिक वैसे भी रोजाना ओपीडी में भारी भीड़ हो रही है। सामान्य जुकाम से बचने के लिए एन-95 मॉस्क की जरूरत है मगर वह उपलब्ध नहीं है। हैलट के डॉक्टरों के लिए एन-95 मॉस्क उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सामान्य मॉस्क से वह लोग काम चला रहे हैं, सामान्य मास्क किसी तरह वायरस संक्रमण से बचाने को कारगर नहीं है। प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या के मुताबिक स्टोर इंचार्ज से मॉस्क उपलब्ध कराने की बात कही गई है। अगर उपलब्ध नहीं है तो खरीदारी की जाएगी।
सावधानी अपनाएं
डॉ. प्रेम सिंह के मुताबिक इस समय वायरल संक्रमण लोगों को अधिक हो रहा है। जुकाम होने पर गुनगुना पानी पिएं। बच्चों को भी निमोनिया से बचाने के लिए उन्हें गर्म रखें। अन्य बच्चों को निमोनिया पीडि़त बच्चों ने से दूर रखें और यह कोशिश करें कि और लोग सर्दी-जुकाम की चपेट में ना आने पाएं।
डॉ. प्रेम सिंह के मुताबिक इस समय वायरल संक्रमण लोगों को अधिक हो रहा है। जुकाम होने पर गुनगुना पानी पिएं। बच्चों को भी निमोनिया से बचाने के लिए उन्हें गर्म रखें। अन्य बच्चों को निमोनिया पीडि़त बच्चों ने से दूर रखें और यह कोशिश करें कि और लोग सर्दी-जुकाम की चपेट में ना आने पाएं।