उच्च तापमान से बना कम वायुदाब का क्षेत्र, 48 घंटे के अंदर शहर में आ सकता है बवंडर
कानपुरPublished: May 08, 2018 10:28:32 am
कानपुर में बारिश के साथ आंधी-तुफान की आशंका, लोगों को घरों से नहीं निकलने की सलाह
कानपुर। राजस्थान में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण उत्तर भारत पर स्थानीय चक्रवात रूक नहीं रहे हैं। कानपुर के सीएसए मौसम विभाग की मानें तो मंगलवार को कहीं हल्की तो कहीं तेज बवंडर आ सकता है। साथ ही बारिश और ओलावृष्टि की भी होने की संभावना है। दिन का तापमान बढ़ सकता है। वहीं सोमवार का मई कका सबसे गर्म दिन रहा। पारा 41 डिग्री के पार पहुंच गया और लोग गर्मी में बेहाल हो उठे। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि उच्च तापमान होने से कम वायुदाब का क्षेत्र बन रहा है। जिससे मौसम में एक बार फिर बदलाव आएगा।
सच साबित होती दिख रही भविष्यवाणी
देश के 13 राज्यों में आंधी और तूफान को लेकर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच होती दिख रही है. सोमवार (7 मई) देर रात दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान समेत पूरे उत्तर भारत में तेज हवाएं चलींं, जिसके बाद आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही तूफान कानपुर के साथ आसपास के जिलों आ सकता है। ऐसे में जिला प्रशासन अर्लट पर है और लोगों को अपने-अपने घरों में रहले की अपील की है। साथ ही प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए टीम भी गठिन कर दी गई है, जो आपदा प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों की मदद करेगी। मौसम विभाग की ओर से सात एवं आठ मई को जारी आंधी एवं तूफान की चेतावनी के बाद से ही लोग आशंकित थे और इसी की चर्चाएं दिनभर कार्यालयों एवं अन्य स्थानों पर चलती रहीं।
कानपुर में गर्मी का प्रकोप, बारिश की आशंका
सूरज के तेवर तल्ख होने से उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में चिलचिलाती धूप के साथ गर्म हवा के थपेड़ों से लोगों का बुरा हाल है। सुबह आठ बजे से ही धूप के साथ शुष्क हवा लोगों को परेशान करने लगी। चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर अनिरूद्ध दुबे ने बताया कि सूरज की किरणें सीधे जमीन पर पड़ रही हैं। जिससे वातावरण में नमी की कमी चल रही है और लोग गर्मी से बेहाल हो रहें हैं। बताया कि पिछले दिनों लगातार हवाओं की दिशाएं बदलने से पारे में मामूली अंतर रहा लेकिन सोमवार को उत्तरी पश्चिमी हवाएं चलने लगी। जिससे पारे में रविवार के सापेक्ष कुछ बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि हवाओं की दिशाएं बदलने से जहां रविवार को सुबह नौ बजे तक 27 डिग्री पारा तो वहीं सोमवार को 30 डिग्री पार कर गया है और दोपहर तक अधिकतम पारा 41.8 डिग्री जा पहुंचा। जो सामान्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। हालांकि दिन में आंख मिचौली खेल रही धूप के चलते न्यूनतम तापमान में कमी रही और 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इसके चलते आ सकती है धूलभरी आंधी
वातावरण में नमी की कमी है जिससे आर्द्रता रोजाना घट रही है। जिससे लू के थपेड़े रोजाना घातक साबित हो रहें हैं। बताया कि हवाओं की दिशाएं बदलने से आज की सुबह आर्द्रता 66 फीसदी दर्ज की गई, इसी तरह दोपहर की आर्द्रता 38 फीसदी रही जो रविवार से तीन फीसदी कम रही। इसके साथ ही तेज हवाओं के साथ धूल चलने के कारण राहगीरों को काफी परेशानी महसूस कर रहें हैं। बताया कि पारे में फिर बढ़ोत्तरी शुरू हो गई है जिससे तापमान बढ़ने से कम वायुदाब का क्षेत्र बन रहा है। ऐसे में स्थानीय स्तर पर छुटपुट बारिश भी हो सकती है और हवाओं के साथ बिजली की चमक से भी इंकार नहीं किया जा सकता। कहा कि इसके बावजूद मौसम शुष्क रहेगा जिससे लोगों को गर्मी बराबर सताती रहेगी और लू लगने की संभावना अधिक रहेगी। ऐसे में लोगों को बिना गमझे के दोपहर में बाहर नहीं निकलना चाहिये और पानी का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना चाहिये। जिससे डिहाइड्रेशन से बचा जा सके।
कन्नौज के साथ कई जिलों में अवकाश
आंधी पानी की संभावना के चलते केवल कन्नौज ही नहीं आसपास के जिलों के स्कूल भी बंद रहेंगे। मंगलवार को आंधी-तूफान कुछ ‘अमंगल’ न कर दे इस वजह से लोग सशंकित हैं। मौसम विभाग ने 8 मई को की चेतावनी दी है। इसी के मद्देनजर यहां एडीएम ने भी बचाव की एडवाइजरी जारी की है। लोगों से कहा है कि आंधी-तूफान में फंस जाने पर घबराएं नहीं। अफवाहों से भी बचने को कहा है। दैवी आपदा प्रभारी/अपर जिलाधिकारी गंगाराम गुप्ता ने बचाव की एडवाइजरी जारी कर कहा है कि तूफान के समय वाहन न चलाएं। वाहन को सुरक्षित स्थान पर खड़ा करें। पेड़, बिजली के खंभे, होर्डिंग्स, जर्जर मकान, दीवार पुल आदि से दूर रहें। आकाशीय बिजली कड़क रही हो तो खुले स्थान पर जाने से बचें। पक्के भवन में शरण लें।कोई भी अप्रिय घटना होने पर 100, 102 या 108 पर सूचना दें। खुद को सुरक्षित रखते हुए तूफान ग्रस्त लोगों की मदद करें। एडीएम ने सभी उप जिलाधिकारियों, निकायों के प्रभारियों, लेखपालों, सचिवों, प्रधानों आदि से कहा है कि एडवाइजरी को आम लोगों तक पहुंचाएं। साथ ही लोगों से अपील की ’घबराएं नहीं, धैर्य से काम लें। सतर्क रहें और किसी भी हादसे की स्थिति में तत्काल पुलिस और प्रशासन के अफसरों को सूचना दें।