आरएसएस के पक्ष में पढ़े कसीदे
अमर सिंह सेवा भातरी के कार्यक्रम में शिकरत करने के लिए कानपुर पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने आरएसएस की जमकर प्रसंसा की। अमर सिंह ने कहा कि सेवा भारती संघ का प्रभावी प्रकल्प है। इससे जुड़े लोग उत्तर पूर्व से कन्याकुमारी तक मानव सेवा करते हैं। यह सेवा देने के दौरान कभी नहीं सोचते या पूछते है कि सामने वाला हिन्दू है या मुस्लिम। राजनीति में तो कथनी करनी में भेद रहता है। बहुत से नेताओं के लिए तो राजनीति सिर्फ पेशा है। समय के अनुसार यह लोग दल बदलते रहते हैं। कहा, संघ से जुड़ने के बाद एहसास हुआ कि ये संगठन देश के लिए कितना कार्य करता है। हम तो यही चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग आरएसएस से जुड़े।
पैदल व बस में करते हैं सफर
आरएसएस नेताओं के पक्ष में कसीदे पढ़ते हुए अमर सिंह ने कहा कि मैं संघ के प्रचारक भैयाजी जोशी, दत्तात्रेय होसबोले और डॉक्टर कृष्ण गोपाल से मिला। इनसे चर्चा में पता चला कि यह सब पैदल, ट्रेन, बस के साथ ही ऑटो के जरिए सफर करते हैं। यह लोग समाज में पनडुब्बी की तरह काम करते हैं। संघ कभी वोट की सियासत नहीं करता और न ही कभी वोट मांगता। मैं अब सेवा भारती के जरिए आरएसएस की शाखाएं, गांव, कस्बों में पहुंचाऊंगा। मेरी जिंदकी का मकसद सेवा भारती के जरिए देश सेवा करना है और इसी के कारण मैंने अपनी जमीन इसी संस्था के नाम पर कर दी है।
सपा-बसपा संघ से लें सीख
अमर सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी और बसपा के नेताओं से मैं कहना चाहता हूं कि आरएसएस से सीख लें। आरएसएस के स्वयं सेवकों की तिजोरी में देशप्रेम मिलेगा। जबकि सपा व बसपा नेताओं के पास अचूक संपत्ति मिलेगी। ये पैसा इन्होंने कहां से बनाया, इसका सवाल जनता को करना चाहिए। अमर सिंह ने इस मौके पर ऐलान किया कि वो चार साल तक चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे अभी चार वर्ष राज्यसभा में रहना है। इस दौरान मैं ज्यादा से ज्यादा समय सेवा भारती को दूंगा और जहां-जहां जाऊंगा वहां-वहां आरएसएस की विचारधारा से लोगों को जोड़ूंगा।