अचानक प्रकट हुए शिव
कमालपुर गांव स्थित एक पेड़ के नीचे दो दिन पहले दूध और पानी की धारा निकली थी। लोगों ने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। सोमवार की सुबह अचानक जमीन के नीचे एक शिवलिंग प्रकट हुआ। कुछ ग्रामीणों की नजर पड़ी तो वो मौके पर गए। लेकिन शिवलिंग पर सांपों का देख उन्होंने गांववालों की सूचना दी। खबर मिलते ही वहां भक्तों का तांता लग गया। लोग दूध और जल चढ़ा पूजा-अर्चना करना शुरू कर दिया। गांव के रमेश तिवारी ने बताया, शिवलिंग निकला है और यहां काफी लोग आ रहे हैं, यह चमत्कार है। लेकिन यह चमत्कार है या कोई वैज्ञानिक कारण यह कह पाना मुश्किल है. फिलहाल लोग शिव की आराधना में जुटे हुए हैं।
भक्तों का लगा तांता
ग्रामीणों ने बताया कि शिवलिंग को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है मानों कि यह साक्षात भगवान का ही चेहरा है। फिलहाल धरती के गर्भ से निकले शिवलिंग के दर्शन करने आसपास के गांवों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन ने अभी तक इसकी सूचना पुरात्व विभाग को नहीं दी है। इस शिवलिंग की विशेष बात यह है कि इस पर एक विशेष आकृति बनी है। स्थानीय पुलिस के साथ अन्य थानों की फोर्स भी मौके पर पहुंच चुकी है। इंस्पेक्टर ने बताया कि सूचना मिली थी कि गांव में शिवलिंग निकला है। पुलिस ने भक्तों को दिक्कत न हो इसके लिए सारी तैयारियां कर ली हैं।
वह त्रिदेव हैं
पंडित बलराम तिवारी ने बतराया कि शिव या महादेव हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक है। वह त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के देव भी कहते हैं। इन्हें भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ,गंगाधार के नाम से भी जाना जाता है। तंत्र साधना में इन्हे भैरव के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दू धर्म के प्रमुख देवताओं में से हैं। वेद में इनका नाम रुद्र है। यह व्यक्ति की चेतना के अन्तर्यामी हैं। इनकी अर्धांगिनी (शक्ति) का नाम पार्वती है। इनके पुत्र कार्तिकेय और गणेश हैं, तथा पुत्री अशोक सुंदरी हैं।
जाने रहस्य
पंडित तिवारी कहते हैं, शिव अधिक्तर चित्रों में योगी के रूप में देखे जाते हैं और उनकी पूजा शिवलिंग तथा मूर्ति दोनों रूपों में की जाती है। शिव के गले में नाग देवता विराजित हैं और हाथों में डमरू और त्रिशूल लिए हुए हैं। कैलाश में उनका वास है। यह शैव मत के आधार है। इस मत में शिव के साथ शक्ति सर्व रूप में पूजित है। गांव में निकली शिवलिंग के पास भव्य ंमदिर क निर्माण के लिए ग्रामीण चंदा एकत्र कर रहे हैं।