10 लोकसभा सीटें आती हैं
लोकसभा चुनाव 2014 से पहले अमित शाह ने यूपी को छह भागों में बांटा था। यहां पर बूथ, मंडल और विस्तारकों की नियुक्ति की थी, जो सुपहिट रही। बीजपी 80 में 72 सीटों पर फतह हासिल की। इन्हीं के दम पर अमित शाह और उनकी टीम ने यूपी विधानसभा का चुनाव भी जीता था। कानपुर-बुंदलखंड क्षेत्र में कुल 10 लोकसभा सीटें आती हैं। जिनमें से नौ पर भाजपा का कब्जा है, वहीं एक सीट सपा के पास है। बीजेपी ने इस क्षेत्र में करीब 20 हजार बूथ अध्यक्ष, 148 मंडल अघ्यक्ष और 30 विस्तारकों की नियुक्त किया है। अब अमित शाह के आदेश पर कानपुर-बुंदेलखंड में तीन कमिश्नरी में बैठकें होंगी। यहां पर बीजेपी के बड़े नेता पदाधिकारियों के साथ चुनाव को लेकर चर्चा कर, कमल खिलाने के लिए उन्हें मायावती-अखिलेश से निपटने का प्लॉन बताएंगे।
कुछ इस तरह से बनी कमिश्नरी
कानपुर-बुंदेलखंड के मीडिया प्रभारी मोहित पांडेय ने बताया कि कानपुर कमिश्नरी के अर्तरगत पांच लोकसभा सीटें आएंगे। जिनमें से कानपुर नगर, अकबरपुर-रनियां, इटावा, फर्रूखाबाद और कन्नौज प्रमुख रूप से हैं। वहीं बांदा में बांदा-चित्रकूट, हमीरपुर-महोबा और फतेहपुर सीट आएंगी। जबकि झांसी कमिश्नरी में झांसी-ललितपुर और जालौन-गरौठा लोकसभा सीटों को स्थान दिया गया है। यहां पर लोकसभा संचालक समिति तो बैठेगी, साथ में क्षेत्रीय पदाधिकारी, मंत्री, सांसद, विधायक और जिले के प्रभारी और जिलाध्यक्षों को भी बुलाया जाएगा।
यह तीन नेता लेंगे बैठक
क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने तीन बैठकों को सकुशल निपटाने के लिए कमिश्नरियों में पदाधिकारियों की नियुक्ति कर दी है। कानपुर कमिश्नरी की जिम्मेदारी क्षेत्रीय महामंत्री मुखलाल पाल को तो बांदा का काम क्षेत्रीय महामंत्री हनुमान मिश्र और झांसी की बागडोर क्षेत्रीय महामंत्री राम किशोर साहू को दी गई है। मोहित पांडेय ने बताया कि पहली बैठक कानपुर में 28 सितबंर को होगी। इनमें भाग लेने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव आ रहे हैं और वो चुनाव की रणनीति बनाएंगे और जीत का मंत्र देंगे। 30 सितंबर को झांसी की बैठक में भाग लेने के लिए प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ आएंगे। वहीं 2 अक्टूबर को तीसरे बैठक बांदा में होगी। यहां पर संगठन मंत्री शिवप्रकाश पदाधिकारियों की नब्ज टटोलेंगे।