दिया गुरूमंत्र
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने 5-5 लोकसभा सीटों के हिसाब से वहां से संयोजकों और प्रभारियों के साथ बैठक की। पहले दौर की बैठक में बुंदेलखंड की पांच लोकसभा सीटों के पदाधिकारी शामिल हुए। इसमें जालौन, फतेहपुर, बांदा, हमीरपुर और झांसी लोकसभा शामिल थी। इसके बाद कानपुर, अकबरपुर, कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, हरदोई लोकसभा सीट पर चर्चा हुई। इन सभी सीटों की समीक्षा में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रत्येक लोकसभा संयोजक से सवाल किया कि इन सीटों पर गठबंधन का कितना असर है। यदि असर है तो उसकी काट के लिए क्या किया गया है। संयोजकों की बातें सुनने के बाद शाह ने उन्हें गुरूमंत्र दिए।
थोड़ी ताकत लगाएं, कमल खिलाएं
अमित शाह की नजर कन्नौज सीट पर थी। उन्होंने पदाधिकारियों से पूछा कि 2014 में सुब्रत पाठक कितनें वोटों से चुनाव हारे थे। एक पदाधिकारी ने बताया कि 20 हजार वोटों से। जिस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कमल की जड़े मजबूत हुई हैं। खुशबू की नगरी में थोड़ी ताकत लगानी है और 1996 के बाद यहां भाजपा को जिताना है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं को उनके घर से मतदान स्थल तक लाने के लिए एक्सपर्ट कार्यकर्ताओं को लगाना होगा। जिससे बिना धूप का असर हुए ज्यादा से ज्यादा मतदान कराया जा सके।
दो रणनीति पर करें कार्य
अमित शाह ने पदाधिकारियों से दो तरह की रणनीति पर काम करने को कहा। पहली रणनीति है यह कि जहां-जहां गठबंधन की स्थिति मजबूत है, वहां उन्हें कमजोर कैसे किया जा सके। दूसरी रणनीति यह है कि गर्मी का सीजन है, ऐसे में कार्यकर्ताओं को टी20 मैच के पहले पांच ओवर की तरह बैटिंग करनी होगी। यानि सुबह जब मतदान शुरू हो तब से साढ़े 10 बजे तक ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं का वोट डलवा देना है। साथ ही 50 फीसदी से ज्यादा वोट भाजपा को चाहिए। इसके लिए मतदान के दिन सुबह से अपने-अपने इलाकें में ढेरा जमा लें। बूथों पर मतदाताओं को पहुंचाएं।