कानपुरPublished: Jul 25, 2018 01:17:25 pm
Vinod Nigam
ओमपुरवा में लोगों के घरों के अदर घुसा पानी, जलभराव के चलते पब्लिक का फूठा गुस्सा, भाजपा पार्षद को गंदे पानी में बैठाए रखा
भाजपा पार्षद को बनाया बंधक, गंदे पानी में कराई उठक-बैठक
कानपुर। पिछले 24 घंटे से कानपुर में रूक-रूक कर हो रही बारिश ने नगर निगम की पोल खोल कर रख दी है। यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना और सत्यदेव पचौरी की विधानसभा के कई इलाके जलभराव की चपेट में आ गए हैं, तो वहीं सीवर नालो के चोक होने की वजह से गंदा पानी आबादी वाले क्षेत्रो में भरने के साथ ही लोगो के घरो में पहुंच रहा है। जिसके चलते आमपब्लिक का गुस्सा सरकार व भाजपा नेताओं के अलावा पार्षदों पर फूट पड़ा है। जलभराव की समस्या से जूझ रहे छावनी विधानसभा क्षेत्र के ओम पुरवा इलाके के लोग सड़क पर उतर आए और भाजपा पार्षद को खींचकर पानी में ले गए। दस दौरान लोगों ने पार्षद को खरी-खोटी सुनाई तो वहीं योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब छह घंटे तक एक चारपाई में पार्षद को गंदे पानी के बीचों-बीच बैठा कर रखा। पार्षद ने नगर निगम के अफसरों को फोन कर मौके पर आने को कहा, लेकिन वहां से कोई नहीं आया।
शहर जलभराव से ग्रस्त
अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए कानपुर के लोगों ने भाजपा को प्रचंड जीत दिलाकर संसद, विधानसभा और नगर निगम में उनके उम्मीदवारों को भेजा। लेकिन जनप्रतिनिधि चुने जाने के बाद उन्होंने जनता की समस्याओं के बजाए खुद के विकास में व्यस्थ हो गए। पिछले 24 घंटे में शहर के कई इलाकों में रूक-रूक कर बारिश हो रही है और नालियां चोक होने के चलते दर्जनों मोहल्लों में जलभराव की समस्या खड़ी हो गई है। पानी निकासी नहीं होने से वो लोगों के घरों के अंदर दस्तक दे दी है, जिससे पब्लिक सड़क के किनारे रहने को मजबूर है। ऐसा ही एक मामला छावनी विधानसभा के अंतर्गत आने वाला क्षेत्र है ओम पुरवा में दिखा। यंहा की जनता ने बीजेपी पद के उम्मीदवार शरद मिश्रा को वोट देकर नगर निगम पहुंचाया था। लेकिन पार्षद का चुनाव जीतने के बाद शरद मिश्रा ने अपने क्षेत्र समस्याओं से दरकिनार कर लिया।
जनता ने पार्षद को दी सजा
लगातार हो रही बारिश के चलते ओम पुरवा का वार्ड नंबर 29 का क्षेत्र जलमग्न हो गया। सीवर का पानी ओवर फ्लो होकर लोगो के घरां में पहुंचने लगा जिससे क्षेत्रीय जनता पार्षद के खिलाफ नारेबाजी करने लगी। अपने खिलाफ नारेबाजी की बात सुनकर पार्षद शरद मिश्रा ओम पुरवा पहुंचे और लोगां को समझाने का प्रयाय किया। बीजेपी पार्षद लोगां की मनुहार करते रहे और समस्या के समाधान का आश्वासन दे रहे थे। तभी क्षेत्रीय महिलाओं ने उन्हें पकड़ लिया और पार्षद को जबरदस्ती घसीटकर गंदे पानी के बीचो बीच ले जाकर खड़ा कर दिया। इसी दौरान भाजपा पार्षद भागने लगे तो महिलाएं उग्र हो गई और उन्हें पकड़ कर एक चारपाई में बैठा दिया। महिलाओं ने पार्षद से कहा कि जब तक जलभराव की समस्या से छुठकारा नहीं दिलाओगे, तब तक तुम्हें गंदी पानी के बीच में ही रहना होगा।
6 घंटे तक गंदे पानी में बैठे रहे नेता जी
इस दौरान पार्षद ने महिलाओं और पुरूषों से उन्हें छोड़े जाने की गुहार लगाई पर लोग नहीं मानें। इस दौरान भाजपा पार्षद ने नगर निगम के अधिकारियों को फोन कर मौके पर आने को कहा, लेकिन वहां से कोई झांकने नहीं नहीं। मेयर प्रमिला पांडेय को आपबीती बताई तो उन्होंने नगर आयुक्त से बात कर सफाई कर्मियों को भेजने की बात कही। पूरे छह घंटे तक जब नगर निगम से कोई नहीं आया तो भाजपा पार्षद ने कहा कि हम तो हर दिन सदन में इन सभीह समस्याओं को उठाते हैं पर बेलगाम अधिकारी हम जैसे छोटे नेता की बात नहीं सुनते। पार्षद ने लोगों से कहा कि मुझे अब यहां से जाने दें और साथ चलकर नगर आयुक्त का घेराव करें। पार्षद ने बताया के इस सरकार के अफसर किसी की नहीं सुनते। वार्ड में अनेक समस्याएं हैं, जिनके निराकरण के लिए हम अधिकारियों से कहते हैं पर वो कुछ सुनने को तैयार नहीं होते।
कुछ इस तरह से बोलीं मेयर
कानपुर महानगर में बरसात के कारण हो रहे जलभराव को लेकर जब नगर निगम की मेयर से सवाल किया गया तो उन्होंने इसका सारा ठीकरा बसपा और सपा पर फोड दिया। मेयर का कहना है कि बसपा सुप्रीमो मायावती के कार्यकाल में पाइप लाइन डालने का प्रोजेक्ट आया था और अखिलेश यादव के कार्यकाल में पाइप लाइन डाले गए थे। मेयर ने बताया कि पाइप लाइन डालने में कोई मानक नहीं देखा गया जिसकी वजह से सड़क धस रही हैं। सपा-बसपा ने अपने कार्यकाल में जो पाप दफ़न किया है वो दिखाई पड़ रहा है। मेयर का कहना है की बरसात के पहले नगर निगम में कई लोगों का ट्रांसफर हुआ जिसकी वजह से काम में कमी आयी थी लेकिन अब हमारे अधिकारी इसको सुधारने में लगे हुए हैं। जल्द ही शहर की जनता की सारी समस्याएं हल कर दी जाएंगी।