किसानों के लिए करूंगा कार्य
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का हेलीकॉप्टर करीब साढ़े दस बजे विश्वविद्यालय में उतारा। यहां से वह सीेधे दीक्षा समारोह में भाग लेने के लिए पहुंची और चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण किया। फिर दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। राज्यपाल ने सीएसए के बीएससी आनर्स छात्र ऋतेश सिंह, जिन्होंने 8.63 सीजीपीए अंकों के साथ परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए हैं को पदक देकर सम्मानित किया। राज्यपाल ने छात्र से कहा कि आप आगे क्या बनेंगे। छात्र ने कहा कि हमारे देश के किसानों की आर्थिक स्थित खराब है। ऐसे में हम उनके लिए नए-नए प्रकार के उन्नति खेती के उपकरण व बीजों का आविष्यकार करेंगे।
गदगद राज्यपाल
राज्यपाल ने इस मौके पर कहा कि हमारे देश के मेधा किसी से पीछे नहीं हैं। वह अपने काबलियत के बल पर देश ही नहीं विदेश में भारत का परचम ऊंचा कर रहे हैं। छात्रों को बेहतर शिक्षा मिले, इसके लिए टीचर्स को भी अहम रोल निभाना होगा। साथ ही अभिभावक अपने बच्चों के अंदर अच्छे संस्कार लाएं। उन्हें देश के इतिहास के बारे में जानकारी दें। राज्यपाल ने कहा कि आज के कार्यक्रम के बाद हम कह सकते हैं कि भारत का भविष्य बहुत उज्जवल है।
पीएचडी धारकों के साथ फोटो सेशन
दीक्षान समारोह में पहली बार राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के साथ फोटो सोशन का कार्यक्रम रखा गया। पीएचडी डिग्री धारकों ने राज्यपाल के फोटो खिचवाई। फिर विभिन्न जूनियर हाईस्कूल के 25 छात्रों व कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले एनजीओ को भी को सम्मानित किया। डाॅक्टर राजेंद्र सिंह (जल संरक्षण एवं पर्यावरणविद् ) एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्रों को उपाधि प्रदान की।
इन्हें मिले पदक
राज्यपाल ने कैम्प 21वें दीक्षा समारोह में 701 छात्र छात्राओं को उपाधियां प्रदान की। 4 छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति स्वर्ण, 14 को कुलपति रजत व 14 को कुलपति कांस्य पदक से नवाजा गया। राज्यपाल से मेडल पाकर मेधा गदगद थे। छात्र ऋतेश सिंह ने अन्य छात्रों से कहा कि उन्हें सपने देखनें चाहिए। क्योंकि यदि आपने कुछ अगल करने का सपना देखा है तो वह सौ फीसदी पूरा होगा। पर इसके लिए दिल से मेहनत करनी होगी।