कानपुरPublished: Jul 16, 2018 04:53:49 pm
Vinod Nigam
बागपत जेल से शनिवार की रात लाया गया सेठी, फतेहगढ़ जेल में बंद हैं कई अपराधी, जान को खतरा बता कानपुर भेजे जाने की लगाई गुहार
दाउद के शूटर से डरा मुन्ना बजरंगी का हत्यारोपी, बगल की बैरक में बंद है किलर मोनू पहाड़ी
कानपुर। माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी के हत्यारोपी सुनील राठी को बागपत जिले के पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार की रात फतेहगढ़ जेल में शिफ्ट कर दिया। पिछले 35 घंटे से वो बैरक के अंदर ही है और किसी से बीतचीत नहीं कर रहा। यह सेंट्रल जेल है और कानपुर जोन के सभी जिलों के सजायाफ्ता कैदियों के अलावा कुख्यात बदमाशों को रखा जाता है। जेल में दाउद का शार्प शूटर के अलावा मुख्तार का करीबी व मुन्ना का दाहिना हाथ मोनू पहाड़ी बगल की बैरक में बंद है। इसी के चलते सुनील राठी ने जिला प्रशासन से खुद को कानपुर जेल में रखे जाने की गुहार लगाई है। फिलहाल उसकी मांग पर शासन गंभीरता से विचार कर रहा है। कारागार मंत्री जय कुमार जैकी ने पत्रिका से खास बातचीत के दौरान बताया कि फतेहगढ़ यूपी की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक है। सभी कैदियों की निगरानी सीसीटीवी के जरिए की जा रही है। जेल में पीएसी की एक टुकड़ी को तैनाम कर दिया गया है। जेल के अलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सुनील राठी से मुलाकात करने वालों की पहले बारीकि से जांच पड़ताल करें फिर उन्हें अंदर जानें दें। यूपी की अन्य जेलों में भी सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी गई है और कहीं से भी गड़बड़ी मिलने पर जेलर पर सीधी कार्रवाई होगी।
सुभाष ठाकुर भी इसी जेल में बंद
सेंट्रल जेल में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का कभी शार्प शूटर रहा सुभाष ठाकुर पहले से ही बंद है। इसके अलावा सुनील राठी के पुराने दुश्मन अजीत उर्फ हप्पू, सलीम व छोटा राजन गैंग के दो शार्प शूटर भी जेल में सजा काट रहे हैं, तो वहीं मुख्तार अंसारी गैंग का सुपारी किलर मोनू पहाड़ी को भी कानपुर देहात की जेल से यहां पर शिफ्ट कर दिया गया है। इसके अलावा पूर्वान्चल के कई कुख्यात बदमाश जो मुख्तार के लिए काम करते हैं, वो पहले से ही यहां कई सालों से सजा काट रहे हैं। ऐसे में सुनील राठी ने अपनी जान को खतरा बता कर कानपुर जेल भेजे जानें की मांग शासन-प्रशासन से की है। वहीं कारागार मंत्री के कड़े आदेश के बाद सभी अपराधियों की मुलाकात पर सुरक्षा के नजरिए से रोक लगा दी गई है। सोमवार को सिर्फ सामान्य कैदियों से उनके परिजनों को मिलने दिया गया। जेल अधीक्षक विजय विक्रम ने बताया कि अग्रिम आदेश तक के लिए सुनील राठी व सुभाष ठाकुर सहित अन्य कैदियों से मुलाकात पर रोक लगाई गई है।
कौन है मुन्ना को मारने वाले
उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपराध जगत में सुनील राठी का नाम बड़ा है। अपने पिता की हत्या के बाद उसने जुर्म की दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद एक-एक करके चार लोगों को मौत की नींद सुला दिया। लोग सुनील के नाम से भी डरने लगे। उसकी मां पिछले विधानसभा चुनाव में बीएसपी के टिकट पर छपरौली विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुकी हैं। पिछले साल सुनील राठी का नाम तब सुर्खियों में आया था, जब उसने रुड़की शहर के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर एनडी अरोड़ा से पचास लाख की रंगदारी मांगी थी। बागपत जेल में बंद रहते हुए उसे डॉक्टर से अपनी मां तक इन पैसों को पहुंचाने के लिए कहा था। इसके बाद रुड़की पुलिस सुनील राठी को रिमांड पर लेकर आई थी। कोर्ट के आदेश पर उसे रुड़की में रखा गया था। सेठी जेल के अंदर से गैंग का संचालन करता था और मुख्तार के साथ मुन्ना बजरंगी की कमर तोड़ कर रख दी थी। सपा सरकार में भी राठी का बोलबाला रहा, वहीं मुन्ना बजरंगी के साथ मुख्तार पर सरकार ने कड़ा पहरा लगा दिया था।
मां भी गैंगस्टर
बसपा के टिकट से विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी सुनील राठी की मां पर भी अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने एक ामले में बागपत के टिकरी कस्बे से नगर पंचायत की पूर्व चेयरमैन और सुनील राठी की मां राजबाला को गिरफ्तार किया गया था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने नारसन में एक व्यक्ति के ऑफिस के पीछे छुपाए गए 32 बोर के पिस्टल और चार कारतूसों को बरामद किया था। पुलिस ने सुनील राठी के दो गुर्गों रजनीश और दीपक को भी गिरफ्तार किया था। कभी मुख्तार गैंग से जुड़े रहे एक अपराधी जो अपनी सजा काट कर कुछ दिन पहले फतेहगढ़ जेल से बाहर आया है ने बताया कि सुनील राठी के पिता की हत्या के बाद उसकी मां ने आयाराम-गयाराम की ककहरा सिखाया। मां के कहने पर उसने हथियार उठा लिए और फिर मुड़कर पीछे नहीं देखा। पूर्वान्चल से लेकर उत्तराखंड में राठी का डंका बजता है। वहीं राठी के परिवार के कई सदस्य गैंग से जुड़े हैं और गैर कानूनी कामों को अंजाम देते हैं।
जेल में पीएसी की अतिरिक्त तैनाती
करागार मंत्री जैय कुमार जैकी ने बताया कि जेल परिसर पर विशेष नजर रखने के लिए पहले से ही वहां डेढ़ सेक्शन पीएसी लगा दी गई है। सुनील राठी के जेल में आने के बाद एक प्लाटून पीएसी और बढ़ा दी गई है। बताया कि जेल परिसर की ओर आने जाने वाले लोगों पर पीएसी जवान लगातार नजर रखेंगे। संदिग्ध होने की आशंका पर चेक भी किया जाएगा। इसके अलावा सेठी की सुरक्षा के लिए उसकी बैरक के आसपास डिप्टी जेलर समेत 13 कर्मी लगाए गए हैं। सभी जेल कर्मी बैरक के आसपास लगातार गश्त करेंगे। बैरक की ओर आने के लिए किसी भी कैदी को इजाजत नहीं दी गई है। राठी की सुरक्षा में तैनात डिप्टी जेलर व अन्य बंदी रक्षकों ने खाने पीने की दी जाने वाली वस्तुओं को पहले खाकर चेक करवाए जाने को कहा गया है। उसके बाद ही राठी को खाने दिया जा रहा है।