चिकित्सा अधिकारी लेवल-1 डा. अनुराधा की अकबरपुर सीएचसी में तैनाती के दौरान उन पर कई आरोप थे। इस पर अपर सीएमओ डा. वीपी सिंह, जिला कुष्ठ अधिकारी डा. फतेह बहादुर सिंह ने 18 जून 2018 को जांच रिपोर्ट सौंपी थी, जिसके अनुसार उच्चाधिकारियों के पत्र प्राप्त न करना, आदेशों की अवहेलना व अनर्गल पत्राचार कर विभाग की छवि धूमिल करने का दोषी पाया गया है। हालांकि मामले को गम्भीरता से लेते हुए सीएमओ ने अगले दिन ही डा. अनुराधा का स्थानांतरण झींझक सीएचसी पर कर दिया था, लेकिन उन्होंने अभी तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया और लगातार अनुपस्थित चल रही हैं। जो कि घोर लापरवाही है।
इसी तरह सीएचसी रसूलाबाद में तैनात चिकित्सा अधिकारी डा. रेखा सिंह पर भी नियंत्रक अधिकारी के आदेशों का पालन न करने, अनुशासन हीनता व कार्यों में लापरवाही करने का दोषी पाने पर सीएचसी गजनेर में स्थानांतरण किया गया था। उन्हें 4 जुलाई 2018 को कार्यमुक्त करते हुए स्थानांतरित सीएचसी पर कार्यभार लेने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद डा. रेखा सिंह चिकित्सा अवकाश संबंधी प्रत्यावेदन देकर पिछले छह माह से नदारद चल रही हैं। इस लापरवाही के चलते दोनों स्वास्थ्य केंद्रों पर जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों को समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिससे लाभार्थी इधर उधर भटक रहे हैं।
सीएमओ डॉक्टर हीरा सिंह ने बताया कि चिकित्सा अधिकारी डा. अनुराधा व डा. रेखा सिंह लंबे समय से अनुपस्थित चल रही हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई व गैर जनपद स्थानांतरण करने की संस्तुति प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से की गई है। आदेशानुसार कार्यवाही की जायेगी।