कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए देश में जब लॉकडाउन लगाया गया तो छोटी कक्षाओं और स्नातक की वार्षिक परीक्षाएं चल रही थीं। स्कूल बंद हुए और अनिश्चितता की स्थिति बनी तो छोटी कक्षाओं के बच्चों को बिना परीक्षा के ही पास कर दिया गया, लेकिन स्नातक और परास्नातक की परीक्षाएं स्थगित हो गईं। २५ फरवरी से शुरू हुईं सीएसजेएमयू की वार्षिक परीक्षाएं १६ अप्रैल को खत्म होनी थीं। मगर मार्च आखिरी हफ्ते में लॉकडाउन के चलते परीक्षाएं स्थगित हो गईं थीं और कॉलेज भी बंद करा दिए गए।
१६ अप्रैल यानि सीएसजेएमयू की वार्षिक परीक्षाओं की समाप्ति की तिथि नजदीक आ रही है और अभी तक लॉकडाउन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। लॉकडाउन १५ अप्रैल को हटेगा या नहीं यह अभी तय नहीं है। जबकि अभी भी सीएसजेएमयू की पूरे एक माह की परीक्षा होना शेष है। इसे लेकर विवि के अधिकारियों ने अब मंत्रणा शुरू कर दी है। विवि के रजिस्ट्रार डॉ. अनिल कुमार यादव ने बताया कि परीक्षा शेड्यूल पूरी तरह बिगड़ गया है। फिर भी अगर स्थिति अप्रैल या 15 मई तक सुधर जाती हैं तो नया शेड्यूल जारी कर परीक्षा कराई जाएगी। 15 मई तक भी अगर ऐसी स्थिति बनी रहती है तो कुछ नया कदम उठाना पड़ेगा।
एक अप्रैल से नए सत्र के लिए शुरू होने वाले आवेदन को लेकर अभी तक कोई शेड्यूल ही नहीं बन सका है। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल उन्हें सरकार के अग्रिम आदेश का इंतजार है। वे 15 मई तक इंतजार कर सकते हैं, इसके बाद उन्हें कोई ठोस कदम उठाना होगा। हालांकि नए सत्र को लेकर अभी टेंशन नहीं है। क्योंकि, नए सत्र के लिए जून में आवेदन मांग कर प्रवेश परीक्षा कराई जा सकती है। सेमेस्टर परीक्षाओं का कोर्स ऑनलाइन के जरिए पूरा कराया जा रहा है। जरूरत पड़ी तो ऑनलाइन परीक्षाएं भी कराई जा सकती हैं। इन सभी बिंदुओं पर कुलपति व अन्य अधिकारियों के साथ चर्चा की जा रही है।