कानपुर देहात के भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के चौरा गाँव स्थित नेशनल धर्मकांटे पर काम करने वाले ब्रजेश पाल का 16 जुलाई की बीती रात को धर्मकांटे से अपहरण हो गया। वहीं परिजनों को जब बेटे के गायब होने की जानकारी लगी तो परिजनों ने बेटे ब्रजेश के मोबाइल नम्बर को कई बार फोन लगाया, लेकिन ब्रजेश का नम्बर नही लगा। परिजनों के अनुसार 17 जुलाई को ब्रजेश के ही नम्बर से फोन आया और कहा गया कि तुम्हारा बेटा ब्रजेश मेरे कब्जे में है। 20 लाख दो और बेटा लो। अपहतकर्ताओ ने 20 लाख की फिरौती 5 दिन के अंदर मांगी और पुलिस को बताने पर ब्रजेश को जान से मार देने की धमकी भी दी है। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
इस अपहरण कांड में सबसे बड़ी बात तो यह है कि रात को ब्रजेश धर्मकांटा से अंडरवियर और बनियान में गायब तो हुआ धर्मकांटे के गेट में ताला भी बंद था। जबकि ब्रजेश पाल धर्मकांटे के अंदर ही लेटा था। इस दौरान जो गेट के बाहर दो लोग लेटे थे, उनको भी भनक तक नही लगी। इस घटना से यह साफ होता है कि ब्रजेश को सोते से कोई परिचित जगाकर ले गया है। बाकायदा ताला भी बंद किया। धर्मकांटे और ब्रजेश के पैसे वैसे ही उसके कपड़े में मौजूद थे लेकिन नहीं था तो सिर्फ ब्रजेश। अपहरण के बाद पुलिस लगातार छानबीन करने में जुटी हुई है।