गृहदोष बीजेपी के खिलाफ
लोकसभा चुनाव 2014 से लगातार बीजेपी जीत रही थी, लेकिन 2018 में से पार्टी कुछ हद तक सबसे खराब समय से गुजर रही है। इस दौरान गोरखपुर, फूलपुर, कैराना, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के अलावा कर्नाटक में भी बीजेपी को हार उठानी पड़ी। इन सब कारणों के पीछे ज्योतिषाचार्य गृहदोषों को मान रहे हैं। बलराम तिवारी ने बताया, बीजेपी का जन्म 6 अप्रैल 1980 में हुआ है। इसके तहत बीजेपी की कुंडली बनायी जाए तो मिथुन लग्र वृश्चिम राशि की कुंडली है। बीजेपी की कुंडली में अक्टूबर 2012 से सूर्य की महादशा आरंभ हुई है। सूर्य की महादशा में बीजेपी को लाभ होना शुरू हुआ। इसके बाद ही बीजेपी ने गुजरात के तत्कालीन सीएम नरेन्द्र मोदी को पीएम पद का प्रत्याशी बनाया गया। उस समय पीएम मोदी की कुंडली में अच्छा समय था। जिसकी वजह से बीजेपी और पीएम मोदी की कुंडली दोनों के ग्रह योग के चलने के साथ ही पहली बार केंद्र में बहुमत की सरकार बनी।
इसके चलते मिल रही हार
पंडित तिवारी ने बताया कि बीजेपी की कुंडली में अक्टूबर 2017 से सूर्य की महादशा में शुक्र की महादशा आ गई। इसका फल अच्छा नहीं होता है। इसी कारण बीजेपी का खराब समय शुरू हो गया है। बीजेपी पर तमाम तरह के आरोप लग रहे हैं। विपक्षी दल पीएम मोदी के साथ ही भाजपा को घेर रहे हैं और इसी के कारण बीजेपी को भविष्य में नुकसान का सामना पड़ रहा है। पंडित बलराम ने बताया कि यह महादशा वैसे दस सालों तक रहती है पर भाजपा की कुंडली में यह बरकरार रह सकते हैं। हां मार्च के बाद कुछ नक्षत्रों से पार्टी को मुक्ति मिलने की उम्मीद भी है। चुनाव से पहले भाजपा के अंदर भी मतभेद उभर कर आ सकते हैं। बताया, बावजूद मार्च 2019 को गृहदोष बाहर निकल जाएंगे।
पीएम के आएंगे अच्छे दिन
पंडित बलराम ने बताया कि पीएम मोदी की कुंडली वृश्चिक लग्न वृश्चिक राशि की है। साथ ही पीएम मोदी की कुंडली में चंद्रमा की महादशा चल रही है। जो वर्ष 2021 तक चलेगी। पीएम मोदी की कुंडली में चन्द्रमा की महादशा में बुध का अंतर चल रहा है, यह स्थिति 3 मार्च 2019 तक रहेगी। इसके ठीक बाद कुंडली में केतु का अतर आयेगा। पीएम मोदी के लिए केतु भाग्य बदलने वाला साबित हो सकता है। पीएम मोदी की कुंडली वृश्चिक लग्न की है और इस लगन में केतु लाभकारी होता है। इसके अतिरिक्त वृश्चिक लग्र के लिए बृहस्पति पंचमेश में होता है। यह स्थिति बहुत अच्छी मानी गई है। तो बता दें कि, मार्च के शुरूआत से ही पीएम मोदी का फिर से अच्छे दिन वाले हैं। यानी अच्छा समय शुरू हो जाएगा। जिसका फायदा पीएम मोदी को 2019 चुनाव में होगा और एक बार पीएम नरेन्द्र मोदी के चलते बीजेपी को बहुमत या फिर सबसे अधिक सीट मिल सकती है।