ग्रामीणों के मुताबिक हर वर्ष पैसा आने के बावजूद तालाब की साफ सफाई भी करीब 7 वर्षों से नही कराई गई है। इससे तालाबों में जलभराव भी नही किया जा सका। जिसके चलते पशुपालक परेशान हो जाते हैं। जल संचयन न होने से अचानक गांव में आग लगने पर तालाबों में पानी न होने से भयावह स्थिति बन सकती है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में शुद्ध पेयजल के लिए खराब पड़े सरकारी हैंडपंप व टंकी शोपीस बने हुए है। गांव की सड़कें, नालियां पूर्णतया टूटी हुई है। गांव में गंदगी का अंबार लगा है। इससे बीमारी फैलने की आशंका को लेकर ग्रामीण दहशतजदा हैं। जो नालियां बनी है, उनकी सफाई न होने से गंदा पानी रास्तों पर आ जाता है। इससे आवागमन बाधित होता है। इन समस्याओं के चलते ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।