एक कदम आगे बढक़र स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ग्राहकों के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत की है जिससे वह घर बैठे-बैठे अपने बैंक एकाउंट में मौजूद बैलेंस और आखिरी पांच ट्रांजेक्शन की जानकारी ले सकते हैं। बैंक ने इसके लिए इंटरेक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स (आईवीआर) सुविधा की शुरुआत की है। इस सेवा के शुरू होने से बैंकों आने वाली भीड़ काफी हद तक कम हो जाएगी।
एसबीआई की इस पहल के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और यूनियन बैंक भी इस सेवा को शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। यह सुविधा केवल बचत खाते और चालू खाते के लिए है। ये खाते एक ही व्यक्ति के नाम होना चाहिए। एकाउंट एक्टिव होना चाहिए। मोबाइल नंबर एक ही खाताधारक के नाम पर रजिस्टर होना भी जरूरी है।
आप लॉकडाउन के दौरान घर बैठे कैश भी मंगवा सकते हैं। एसबीआई, आईसीआईसीआई, एक्सिस, कोटक जैसे कई बड़े बैंक ग्राहकों के लिए यह सुविधा दे रहे हैं। आईसीआईसीआई बैंक की वेबसाइट के मुताबिक घर पर कैश डिलिवरी के लिए बैंक की वेबसाइट पर लॉगइन करना होता है या कस्टमरकेयर पर फोन करके भी सुविधा से जुड़ सकते हैं। नकद मंगाने के लिए सुबह 9 से दोपहर दो बजे के बीच अनुरोध कर सकते हैं। दो घंटे के भीतर आपको जरूरत का पैसा मिल जाएगा।
इस सेवा से दो हजार से लेकर दो लाख रुपये तक मंगा सकते हैं। इस पर 50 रुपये का एकमुश्त शुल्क और इसी चार्ज पर 18 फीसदी सेवाशुल्क जोड़ लें तो करीब 60 रुपये देने पड़ेंगे। एसबीआई भी डोरस्टेप डिलिवरी के तहत घर पर नकद मंगाने, पैसा जमा करने की सुविधा ग्राहकों को देता है। फिलहाल यह सुविधा सिर्फ वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों या विशेष पंजीकरण वाले ग्राहकों के लिए है। इसका शुल्क 100 रुपये है।
बैंक के कस्टमर कॉन्टैक्ट सेंटर में 1800-425-3800 या 1800-11-2211 पर फोन कीजिए अपने लिए उपर्युक्त भाषा को चुनें और अपने रजिस्टर्ड बेस्ड नंबर सर्विस के लिए 1 को चुनें। अब अपने बैलेंस और आखिरी पांच ट्रांजेक्शन के लिए 1 को दोबारा चुनें फिर आखिर में आईवीआर के जरिए जानकारी लेने के लिए 1 को पुन चुनें और एसएमएस के जरिए जानकारी हासिल करने के लिए 2 को चुनें।