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बैंकिंग सेक्टर – छह महीने की तैयारी में सुकून की नौकरी

locationकानपुरPublished: Aug 14, 2019 08:50:19 pm

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बैंकिंग सेक्टर की परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट सबसे ज्यादा जरूरी
गणित और रिजनिंग के साथ-साथ सम-सामायिक विषय भी जरूरी

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बैंकिंग सेक्टर – छह महीने की तैयारी में सुकून की नौकरी

कानपुर. व्हाइट कॉलर जॉब (white color job) के साथ-साथ सुकून भी चाहते हैं तो बैंकिंग सेक्टर banking sector job से अच्छा विकल्प मुमकिन नहीं है। रोजाना सुबह दस से शाम पांच तक की नौकरी और टारगेट का टेंशन नहीं। अब तो बैंक परिसर भी वातानुकूलित और हाई-फाई हो चुके हैं। ऐसे माहौल में नौकरी करने का मजा ही कुछ अलग है। बैंकिंग सेक्टर में जॉब jobs in bank के लिए तैयारी करते समय कुछ चीजों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। उदाहरण के तौर पर टाइम मैनेजमेंट time management और रिजनिंग-मैथ्स जैसे विषयों का कड़ा अभ्यास। एजुकेशन हब कानपुर में कौटिल्या स्टडी सेंटर kautilya study center की डायरेक्टर निष्मा शुक्ला nishima shukla ने बैंक में नौकरी की तैयारी में जुटे युवाओं को कामयाबी के मंत्र बताए हैं। निष्मा के मुताबिक, छह महीने की ईमानदार तैयारी के साथ किसी भी बैंक में एक सीट अपने लिए पक्का करना मुश्किल नहीं है।

बैंकिंग सेक्टर की परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट सबसे ज्यादा जरूरी

बैंकिंग एक्सपर्ट निष्मा शुक्ला ने बताया कि बैंक जॉब की तैयारी करते समय अभ्यर्थी को टाइम मैनेजमेंट पर फोकस करना चाहिए। अव्वल किसी भी बैंक में पीओ स्तर की नौकरी bank po job के लिए प्री, मेंस और इंटरव्यू के तीन चरण होते हैं, जबकि क्लर्क ग्रेड के लिए प्री और मेंस एग्जाम को क्वालिफाई करना होता है। उन्होंने बताया कि प्री एग्जाम के नतीजे आने के एक सप्ताह में मेंस की तारीख का ऐलान कर दिया जाता है। इसलिए प्री और मेंस की तैयारी एक साथ करनी होती है। मेंस के तुरंत बाद इंटरव्यू होता है। ऐसे में तीनों चरणों के लिए समय का अंतराल नहीं मिलता है। इसी कारण छह महीने की मियाद में तीनों चरणों के लिए तैयारी करनी होती है, जोकि टाइम मैनेजमेंट के जरिए संभव है। इसके अतिरिक्त मैथ्स, क्वांटम, रिजनिंग के लिए भी स्पीड की जरूरत होती है, जिसके लिए टाइम मैनेजमेंट के साथ कड़ा अभ्यास जरूरी है।

गणित और रिजनिंग के साथ-साथ सम-सामायिक विषय भी जरूरी

बैंकिंग सेक्टर के लिए प्रारंभिक चरण की परीक्षा में 100 सवालों को 60 मिनट में हल करना होता है। इस चरण में इंग्लिश, क्वांटम और रिजनिंग के क्रमश: तीस और पैंतीस-पैंतीस सवाल पूछे जाते हैं। इस चरण में कामयाब अभ्यर्थियों को मेंस में बैठने का मौका मिलता है, जहां साढ़े तीन घंटे में 175 सवाल हल करने होते हैं। कुल मिलाकर 225 नंबरों की इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर बैंक में नौकरी का अवसर मिलता है। मेंस एग्जाम में गणित, इंग्लिश और रिजनिंग के साथ-साथ जनरल एवर्नेस से संबंधित सवाल आते हैं। पीओ स्तर के लिए इंटरव्यू भी क्लीयर करना होता है। निष्मा शुक्ला ने बताया कि बैंकिंग जॉब के लिए सालाना कलेंडर जारी किया जाता है, जिसके मुताबिक वक्त-वक्त पर अलग-अलग संगठन परीक्षाएं करते हैं। रिजर्व बैंक बी और सी ग्रेड के लिए परीक्षाएं करता है, जबकि एसबीआई अपने समूह के बैंकों के लिए परीक्षाएं करता है। अन्य राष्ट्रीय बैंकों के लिए आईबीपीएस परीक्षा लेता है, जबकि ग्रामीण अंचल के बैंकों के लिए आरआरबी के माध्यम से परीक्षाएं होती हैं।
आवदेन के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी, परीक्षाएं सिर्फ ऑनलाइन

मौजूदा समय में देश में 27 पब्लिक सेक्टर बैंक और 21 प्राइवेट सेक्टर बैंक हैं, जबकि विदेशी बैंक की संख्या 49 है। इसके अतिरिक्त 56 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और 1562 शहरी सहकारी बैंक के साथ-साथ 94384 ग्रामीण सहकारी बैंक हैं। बहरहाल, बैंक नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है। परीक्षाएं तथा आवेदन सिर्फ ऑनलाइन होता है। बैंक जॉब में सबसे बड़ा फायदा सस्ती दरों पर मिलने वाला कर्ज है। गौरतलब है कि बैंक कर्मचारियों की रियायती दरों पर गृह ऋण और कार लोन मिलता है। बैंकिंग स्केटर में अब महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ी है। क्लर्क स्तर से लेकर मैैनेजर स्तर तक महिलाओं ने पुरुषों के वर्चस्व को खत्म कर दिया है।
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