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पहाड़ों की बर्फीली हवाओं से छूटने लगी कंपकपी, मौसम के बदले मिजाज ने निगली कई जिंदगी

locationकानपुरPublished: Dec 19, 2019 09:20:53 am

Submitted by:

Vinod Nigam

सर्दी का प्रकोप लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा, ठंड के कारण अस्पतालों में मरीजों का लगा ताता, डाॅक्टर ने हार्ट रोगियों को दी सलाह, बाहर के बजाए घर में करें आराम।

पहाड़ों की बर्फीली हवाओं से छूटने लगी कंपकपी, मौसम के बदले मिजाज ने निगली कई जिंदगी

पहाड़ों की बर्फीली हवाओं से छूटने लगी कंपकपी, मौसम के बदले मिजाज ने निगली कई जिंदगी

कानपुर। मौसम ने अब अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिये हैं। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद उत्तर पश्चिम से आ रही सर्द हवा ने गलन और ठिठुरन बढ़ा दी है। बुधवार को कानपुर के साथ ही अन्य जिलों में सूरज के दर्शन ही नहीं हुए। जिसके कारण कार्डियालाॅजी में सैकड़ों की संख्या में हार्टरोगी पहुंचे। जिसमें 17 की मौत हो गई, वहीं कई वेंटीलेटर पर है। सीएसए के मौसम विभाग के मुताबिक आगे ठंड के साथ 20 व 21 दिसंबर को बारिश हो सकती है। शीतलहर के अलावा कोहरे का भी लोगों को सामना करना पड़ सकता है।

ठिठुरन बढ़ी
मौसम ने अब अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिये हैं। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद उत्तर पश्चिम से आ रही सर्द हवा ने गलन और ठिठुरन बढ़ा दी है। सीएसए के मौसम वैज्ञानिक नौशाद खान का कहना है कि अब कोहरे का सिलसिला और तेज होगा। कहीं-कहीं घना कोहरा भी छाया रह सकता है। फिलहाल उन्होंने दिन व रात के तापमान में और गिरावट की सम्भावना से इनकार किया है, मगर सर्द हवा की वजह से गलन भरी ठंड का प्रकोप बना रहेगा।

हवा की रफ्तार तेज
पहाड़ों से निकलकर मैदानी क्षेत्रों को ठंडा करने वाली सर्द हवाएं शहर में अपना कहर बरपा रही हैं। इन बर्फीली हवाओं के चलते बुधवार को सीजन के सबसे ठंडे दिन का रिकार्ड टूट गया। 8.8 किमी की रफ्तार से हवाएं चलीं, जिससे दिन में अधिकतम तापमान गिरकर 15.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। सीजन में हवा की रफ्तार भी सबसे तेज रही। वहीं, रात में न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

घरों में दुबके लोग
सर्द हवाओं से बचने के लिए लोग शाम होते ही घरों में दुबक गए। दोपहिया वाहन चालकों की हालत सबसे खराब रही। हड्डियों को चीरती इन सर्द हवाओं के बीच कुछ दूर चलना भी भारी पड़ रहा था। जिसे जहां जलती हुई आग दिखीं, वहीं पर बैठ गया। गिरते तापमान का असर दफ्तरों में भी दिखा। कर्मचारी हीटर जला कर काम निपटाते नजर आए। बच्चों व बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई।

हैलट में 10 की मौत
सर्दी पड़ने से एकाएक ब्रेन स्ट्रोक के मरीज हैलट अस्पताल आ रहे हैं। जाजमऊ के 46 वर्षीय तौकिद के अचानक सीने में दर्द हुआ और हैटल अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। कल्याणपुर के 60 वर्षीय जगदीश प्रसाद, बाबूपुरवा के 46 वर्षीय मो. इकराम, गोपाल नगर निवासी 62 वर्षीय रामगोविंद, चैबेपुर के 55 वर्षीय रघुवीर, किदवई नगर निवासी 37 वर्षीय राजन, नौबस्ता निवासी अजय सिंह, बिठूर निवासी रघुबीर, घाटमपुर के परास निवासी छोटे कश्यम और कर्रही निवासी रानी की हैलट में बुधवार की शाम इलाज के दौरान मौत हो गई।
कार्डियालाॅजी में इनकी मौत
हृदय रोग संस्थान की इमरजेंसी में हार्ट अटैक से चकेरी के 52 वर्षीय राधा मोहन, सनिगवां के 64 वर्षीय रामदीन, कर्रही के 53 वर्षीय सुशील तिवारी, यशोदा नगर के 69 वर्षीय रामेश्वर, बर्रा की 73 वर्षीय प्रभा देवी, बेगमपुरवा निवासी 63 वर्षीय आबिदा खातून एवं घाटमपुर के 45 वर्षीय रामेंद्र दुबे की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इन्हें सीने में दर्द की शिकायत पर स्वजन हृदय रोग संस्थान की इमरजेंसी लेकर आए थे, जहां इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
डाॅक्टर की सलाह
हैलट अस्पताल के डाॅक्टर विकास गुप्ता ने बताया कि ठंड में देर रात घूमने से बचें। हार्ट के पुराने मरीज, बीपी-शुगर वाले सावधानी बरतें। युवा और 50 पार अधेड़ सतर्क रहें। अचानक बिस्तर छोड़कर बाहर न निकलें। ठंड में निकलें तो पैर, सिर और कान को ढक लें। खाली पेट घर से न निकलें, इससे धमनियां सिकुडने लगती हैं। ठंड में बच्चों को कमरे में ही रखें। उलझन, सीने-गर्दन के पीछे दर्द का अहसास हो तो डॉक्टर को दिखाएं।
ठंड के चलते मरीज बढ़े
डाॅक्टर विकाश गुप्ता ने कहा कि तीन दिन से ठंड बढ़ी है। जो अनियमित ब्लड प्रेशर और डायबिटीज पीडितों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। इमरजेंसी में ब्रेन स्ट्रोक के मरीज बढ़ गए हैं। ठंड में लापरवाही पुराने मरीजों के लिए भारी पड़ रही है। हार्ट अटैक के बाद गंभीर स्थिति में मरीज पहुंच रहे हैं। अस्पताल लाने में विलंब होने की वजह से मरीज रास्ते में दम तोड़ दे रहे हैं। कई गंभीर स्थिति में आ रहे हैं, जो निगरानी में रखे जा रहे हैं।

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