आईटी की जांच के दौरान दोनों के 7 बैंक लॉकरों के बारे में पता चला है. इसमें एक करोड़ रुपए होने की बात दोनों भाईयों ने खुद भी मानी है. आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक इनके सिविल लाइंस व खलासी लाइन स्थित आवासों से 1.42 लाख की पुरानी करेंसी भी बरामद हुई है. इसके साथ ही 28 लाख की नकदी व 50 लाख कीमत की ज्वैलरी को भी सीज किया गया है. अभी फिलहाल इन सबके बारे में पूछताछ भी की जाएगी.
छापे के दौरान एक महंगा डायमंड सेट भी मिला है. इस सेट की कीमत का पता लगाया जा रहा है. आयकर अधिकारियों के मुताबिक जांच में शक्ति भार्गव सहयोग नहीं कर रहे और खुद के बीमार होने की बात कह रहे हैं. इस वजह से भी जांच में काफ़ी दिक्कतें आ रही हैं.
वहीं दूसरी ओर शहर के एक और नामी बिल्डर के साथ डॉ. शक्ति भार्गव के स्काईलाइन नाम की कंपनी में 8 करोड़ रुपए के इनवेस्टमेंट की जानकारी भी मिली. इसके बाद बिल्डर के कंपनी बाग स्थित घर व बनारस और लखनऊ स्थित ऑफिसों पर भी शनिवार को आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा. देर शाम तक आयकर विभाग की कार्रवाई डॉ. शक्ति भार्गव व बिल्डर के छह ठिकानों पर जारी रही. सभी से पूछताछ की जा रही है.