script475 करोड़ रूपए पानी में बह गए, भ्रष्टाचार के फौव्वारे में अफसर फंसे | Big corruption in JNNURM Yojana Kanpur UP hindi news | Patrika News

475 करोड़ रूपए पानी में बह गए, भ्रष्टाचार के फौव्वारे में अफसर फंसे

locationकानपुरPublished: Mar 13, 2018 11:38:28 am

Submitted by:

Vinod Nigam

जेएनएनयूआरएम योजना के तहत के आए पैसे का किया बंदरबांट, बीजेपी की शिकायत पर छह अफसरों पर गिरी गाज

 जेएनएनयूआरएम योजना के तहत के आए पैसे का किया बंदरबांट, बीजेपी की शिकायत पर छह अफसरों पर गिरी गाज
कानपुर। जेएनएनयूआरएम योजना के तहत उत्तर प्रदेश जल निगम को कानपुर में गहरी सीवर लाईन और नयी वॉटर लाईन बिछाने का काम दिया गया है। 475 करोड़ रूपये लागत की ये परियोजना 2006 में शुरू तो हुई लेकिन इसके पहले चरण का काम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। जो पाईप लाईन सड़कों के नीचे बिछाई गयीं, उनकी टेस्टिंग का काम पिछले दो साल से चल रहा है। जब भी इनमें पानी छोड़ा जाता है, पाईप फट जाते हैं और पानी सड़क का सीना चीरते हुए फौव्वारों की शक्ल में बाहर आ जाता है। सड़कों के नीचे डाले गयी पाईप लाईनें मानकों के अनुरूप नहीं थी और तिस पर घटिया इन्जीनियरिंग के चलते उनका एलाईनमेण्ट इतना खराब है कि इनसे पानी सप्लाई नहीं हो पा रहा है। भाजपा नगर अध्यक्ष सूरेंद्र मैथानी ने इस मामले पर जल निगम के अफसरों से बात की और पूरे प्रकरण की जांच कराई। जांच में छह अफसरों ने बड़े पैमाने पर गबन कर पानी के पैसे से अपनी तिजोरी भरी है। नगर अध्यक्ष ने रिपोर्ट सीएम के पास भिजवा दी है और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जलवार लटक गई है।
हर दिन सैकड़ों लीटर पानी होता है बर्बाद
कानपुर में लोगों को पेयजल आपूर्ति के लिए जेएनएनयूआरएम योजना के तहत जल निगम को 2006 में 475 करोड़ रूपए की राशि आवंटित की गई थी। लेकिन अफसरों ने अपनी तिजोरी भरने के लिए इस राशि का जमकर बंदरबांट किया। जितनी पाइप लाइन डाली गई वह निम्न क्वालटी की थीं। जिसके चलते पानी छोड़े जाने पर वह फट जाती थीं। हालत आज भी जस के तस बने हुए हैं। पाइप लाइन फटने से सैकड़ों लीटर पानी हर दिन बर्बाद होता है। लोगों ने इसकी शिकायत भाजपा नगर अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी से की। नगर अध्यक्ष अपपी टीम के साथ जन निगम के ऑफिस गए और अफसरों के साथ बैठकर इस मामले की जानकारी मांगी। नगर अध्यक्ष को देख कर अफसर डर गए। नगर अध्यक्ष ने बताया कि मायावती की सरकार के दौरान इस योजना के तहत राशि दी गई, लेकिन अस्सी फीसदी से ज्यादा पैसा अफसर डकार गए।
अखिलेश सरकार में पैसा किया हजम
भाजपा नगर अध्यक्ष ने बताया कि जल निगम के अफसरों ने एक रिपोर्ट हमें दी है, जिसमें इस योजना के पैसे का बंदरबांट अखिलेश सरकार के दौरान किया गया। इसमें अफसर, इंजीनीयर और जेई ने पैसे का गबन किया है। सुरेंद्र मैथानी ने बताया कि जल निगम में सपा सरकार के कार्यकाल के दौरान सपा कार्यकर्ताओं को ठेके दिए गए और उन्होंने मानकों को ताक पर रख कर शहर में पाइप लाइनें बिछाईं, जो फट रही हैं। हमारी शिकायत पर शासन ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते यूपी जल निगम ने विभागीय जॉच बैठायी है और अपने छह इन्जीनियरों के सस्पेशन और प्रमोशन निरस्त करने जैसी कार्यवाही की है। इसके अलावा कई ठेकेदार ब्लैक लिस्टेड किये गए हैं। भाजपा नगर अध्यक्ष ने कहा कि सपा और बसपा के सरकार के दौरान इनके कार्यकर्ताओं के साथ ही सरकारी बाबुओं ने एक गैंग खड़ा कर लिया, जिसने कानपुर के साथ ही पूरे प्रदेश को बदहाल किया। अब ऐसे लोगों को खोजा जा रहा है और एक-एक कर नौकरी से बाहर का रास्ता दिखया जा रहा है।
अंग्रेजों के जमानें की सीवर और पानी की लाइनें
नवाबगंज शहर का सबसे पुराना इलाका है। इसके बाद भी अभी भी इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए जूझ रहा है। पूर्व पार्षद राजकुमार यादव ने बताया कि भरौती टोला भंट्टी, भेड़ी खाना बस्ती, परमियापुरवा बस्ती, जागेश्वर झोपड़ी बस्ती, विद्या नारायण वाली गली नवाबगंज, लाल फटक के कुछ हिस्सों में सीवर लाइन के साथ पेयजल की बिकराल समस्या है। लाइन डालने के लिए कई बार अफसरों से कह चुके है। मार्च माह शुरू हो गया है लेकिन अभी तक नाले साफ होना नहीं शुरू हुए हैं। इस इलाके में करीब 55 हजार आबादी रहती है। साथ ही सीएसए, पालीटेक्निक, एचबीटीयू, चिड़ियाघर, विकास नगर जैसे शिक्षण संस्थान और अन्य धरोहरें मौजूद हैं। विकास गेप्ता कहते हैं कि यहां सीवर और पेयजल के लिए अंग्रेजों ने पाइप लाडन्ें बिछवाई थीं। आजादी के 71 साल बीत गए पर नई पाईप लाइनें नहीं पड़ीं। हमलोगों ने यूपी के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना और नगर अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी से शिकायत की। जिस पर नगर अध्यक्ष खुद जल निगम गए और कई घोटालों की पोल खुली। सीएम योगी को सरकारी सिस्टम में बैठे करप्शन रूपी घुन को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे।
30 अप्रेल तक दुरूस्त कर ली जाएंगे लाइनें
मुख्य अभियंता यूपी जल निगम अनिल कुमार ने बताया कि भाजपा प्रतिनिधि मण्डल को आश्वस्त किया है कि परियोजना के काम में तेजी लाते हुए 30 अप्रैल पाइप लाइनों को पूरी तरह से दुरूस्त कर दिया जाएगा और गर्मी में शहर वासियों को पेयजल संकट से नहीं जूझना पड़गा। साथ ही घोटाले की पूरी रिपोर्ट शासन को भेज दी है। जिसने जनता का पैसा गबन किया है। उन्हें सस्पेंड करने के साथ जल्द एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। साथ ही अफसरों से पैसे की रिकवरी भी की जाएगी। वहीं भाजपा नगर अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने बताया कि यूपी के साथ ही उत्तराखंड में भाजपा की सरकारें हैं। अब उत्तराखंड से यूपी को भरपूर पानी मिलेगा और कानपुर के लोगों को इस समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा।
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