उन्होंने आईआईटी से मोतीझील के बीच पहले कॉरीडोर में निर्माण कार्य कका निरीक्षण किया। उन्होंने इंजीनियरों से कहा कि अक्तूबर 2021 तक हर हाल में एलीवेटेड ट्रैक बिछ जाए। मेट्रो ट्रेन की रैक मंगाकर चेक कर ली जाए। पहले कॉरीडोर के सारे स्टेशनों का निर्माण पूरा हो जाना चाहिए। साथ ही ट्रैक के नीचे की रोड दुरुस्त हो। उन्होंने कहा कि हमारे पास आईआईटी से मोतीझील के बीच पहली ट्रेन चलाने के लिए हमारे पास सिर्फ 13 माह का वक्त है। जिसके बाद नवंबर में ट्रायल सुनिश्चित है। इस सफलता के बाद शासन द्वारा मेट्रो सेवा शुरू करने का समय तय किया जाएगा। इसलिए हमें अपनी तैयारी पूरी रखनी है।
यूपीएमआरसी के सूत्रों के अनुसार शासन द्वारा फरवरी 2022 में हर हाल में ट्रेन चलाने के संकेत दिए जा रहे हैं। प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कहा कि आगरा में भी कानपुर पैटर्न के अनुसार ही मेट्रो कार्य किया जाएगा। दोनों जगह का काम एक ही पैटर्न पर होगा। जिस सामग्री का इस्तेमाल यहां होगा, वही सामग्री आगरा में भी प्रयोग में लाई जाएगी। कानपुर काम का अनुभव आगरा में साझा किया जाएगा। इसलिए यहां की सफलता के बाद आगे की कार्यप्रणाली तय की जाएगी।