पंजीकरण व परीक्षा शुल्क नहीं
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद के अनुसार अब सीबीएसई पैटर्न पर आधारित स्कूलों में दिव्यांग छात्रों से पंजीकरण और परीक्षा शुल्क नहीं लगेगा। कक्षा नौ, १०, ११ और १२ के छात्रों को यह सुविधा दी गई है। बोर्ड ने विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम २०१६ को पूरी तरह लागू करते हुए नियमावली में कई सुधार किए हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद के अनुसार अब सीबीएसई पैटर्न पर आधारित स्कूलों में दिव्यांग छात्रों से पंजीकरण और परीक्षा शुल्क नहीं लगेगा। कक्षा नौ, १०, ११ और १२ के छात्रों को यह सुविधा दी गई है। बोर्ड ने विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम २०१६ को पूरी तरह लागू करते हुए नियमावली में कई सुधार किए हैं।
शिक्षण कार्य में राहत
दिव्यांग बच्चों को शिक्षण कार्य मे ंराहत मिल सकेगी और वह अपनी पढ़ाई को बेहतर ढंग से पूरी कर सकेंगे। दिव्यांगता के आधार पर उन्हें सुविधाएं दी जाएंगी। दिव्यांग बच्चों के लिए प्रशिक्षित शिक्षक रखें जाएंगे जो बच्चों को उनके अनुसार पढ़ा सकेंगे। दिव्यांग बच्चों के लिए स्टडी मैटीरियल भी स्कूलों को उपलब्ध कराना होगा।
दिव्यांग बच्चों को शिक्षण कार्य मे ंराहत मिल सकेगी और वह अपनी पढ़ाई को बेहतर ढंग से पूरी कर सकेंगे। दिव्यांगता के आधार पर उन्हें सुविधाएं दी जाएंगी। दिव्यांग बच्चों के लिए प्रशिक्षित शिक्षक रखें जाएंगे जो बच्चों को उनके अनुसार पढ़ा सकेंगे। दिव्यांग बच्चों के लिए स्टडी मैटीरियल भी स्कूलों को उपलब्ध कराना होगा।
परीक्षा में समय की छूट
दिव्यांग बच्चों को परीक्षा के दौरान अतिरिक्त समय मिलेगा। तीन घंटे के पेपर में एक घंटा और ढाई घंटे के पेपर में २० मिनट, दो घंटे के पेपर में ४० मिनट और डेढ़ घंटे के पेपर में ३० मिनट अतिरिक्त दिया जाएगा। दिव्यांग छात्रों को श्रुति लेखक लेने की भी सुविधा दी गई है। छात्र इसका चयन खुद कर सकता है, पूरी परीक्षा में इसे बदलने के विकल्प भी खुले हुए हैं।
दिव्यांग बच्चों को परीक्षा के दौरान अतिरिक्त समय मिलेगा। तीन घंटे के पेपर में एक घंटा और ढाई घंटे के पेपर में २० मिनट, दो घंटे के पेपर में ४० मिनट और डेढ़ घंटे के पेपर में ३० मिनट अतिरिक्त दिया जाएगा। दिव्यांग छात्रों को श्रुति लेखक लेने की भी सुविधा दी गई है। छात्र इसका चयन खुद कर सकता है, पूरी परीक्षा में इसे बदलने के विकल्प भी खुले हुए हैं।
भाषा चयन में छूट
बोर्ड ने दिव्यांग छात्रों को तीसरी भाषा चयन की छूट दी है। विषयों के चयन का भी लाभ दिया गया है। विज्ञान के प्रैक्टिकल वाले विषयों में इसे बहुविकल्पीय प्रश्र के रूप में बदला जाएगा। दिव्यागों के लिए उनकी सुविधा के आधार पर अलग से प्रश्न पत्र तैयार किए जाएंगे। विजुअल वाले प्रश्रों के बदले अलग प्रश्र दिए जाएंगे।
बोर्ड ने दिव्यांग छात्रों को तीसरी भाषा चयन की छूट दी है। विषयों के चयन का भी लाभ दिया गया है। विज्ञान के प्रैक्टिकल वाले विषयों में इसे बहुविकल्पीय प्रश्र के रूप में बदला जाएगा। दिव्यागों के लिए उनकी सुविधा के आधार पर अलग से प्रश्न पत्र तैयार किए जाएंगे। विजुअल वाले प्रश्रों के बदले अलग प्रश्र दिए जाएंगे।