कानपुर देहात के रसूलाबाद के ब्लाक प्रमुख कुलदीप यादव ने बताया कि उन्होंने कई सालों से समाजवादी पार्टी में रहकर ईमानदारी और लगन विश्वास के साथ पार्टी के लिए काम किया था, लेकिन पार्टी द्वारा पूर्व मंत्री शिव कुमार बेरिया के साथ विधान सभा प्रभारी कुलदीप सिंह यादव को भी समाजवादी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। काफी इंतजार के बाद जब वापसी नहीं हुई तो भारतीय जनता का दामन थामने वाले रसूलाबाद के वर्तमान ब्लॉक प्रमुख ने लोकसभा चुनाव के पूर्व बीजेपी में सम्मिलित होकर रसूलाबाद विधानसभा से सुब्रत पाठक को जिताने में अहम भूमिका निभाई। इस तरह कार्यकर्ताओं की मेहनत के चलते कन्नौज लोकसभा की सीट को सपा का तिलिस्म तोड़कर सुब्रत पाठक की झोली में डालने का काम किया गया।
इस जीत पर उन्होंने क्षेत्र की जनता को भारतीय जनता पार्टी की तरफ से हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने दूसरे दल में रहकर ईमानदारी और लगन से काम किया, लेकिन पार्टी ने मुझे नकारा साबित कर निकाल दिया। मैं उसी मेहनत ईमानदारी से बीजेपी के लिए काम करूंगा। कहा कि जो सम्मान हमें समाजवादी पार्टी में नहीं मिला, वह सम्मान भारतीय जनता पार्टी में मिला। विधानसभा चुनाव 2022 के पूर्व सपा द्वारा ऑफर आने पर उन्होंने कहा कि ऑफर क्यों आएगा, जब उन्होंने मुझे नजारा समझ लिया। हालांकि इस लोकसभा चुनाव में डिम्पल यादव के नामांकन के दौरान मुझसे आने के लिए कहा गया, लेकिन मैने मना कर दिया। जहां स्वाभिमान नहीं सम्मान नहीं, वहां नही जाना है। अब इस पार्टी में आने के बाद वापस जाऊंगा तो सम्मान नही मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब मोदी और योगी जी की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएंगे। 2022 में योगी जी पुनः मुख्यमंत्री बनेंगे।