दरअसल दाखिल चार्जशीट के मुताबिक बिकरू कांड में पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद सन्नाटा छा गया था। तभी विकास दोबारा फिर चिल्लाया। इस बार फायरिंग से घायल हुए जवानों ने साफ सुना था। वह कह रहा था बनकाट.. बनकाट। आखिर यह बनकाट शब्द का मतलब क्या है, कोई नहीं जान सका। शायद यह भाग निकलने का कोई कोडवर्ड था, जिसे उसके गैंग के गुर्गे समझते थे। क्योंकि उसके बनकाट बोलते ही गैंग के साथी भाग निकले। जिसके बाद पीछे से पुलिस पहुंची, लेकिन घरों की तलाशी में बदमाश वहां नहीं मिले।
उस रात दबिश में गए सिपाही प्रवीण कुमार ने अपने बयान में कहा कि बदमाशों ने हमें घेर लिया था। और वो लोग लगातार फायरिंग कर रहे थे। जिसकी सूचना फोर्स को तत्काल दे दी गई थी। जिसके बाद अतिरिक्त फोर्स हूटर बजाते हुए जब गांव पहुंची तो हूटरों की आवाज सुनने के बाद विकास दुबे कसकर चिल्लाया… बनकाट। जिसके बाद विकास और उसके गुर्गे फरार हो गए। गांव से जाते वक्त विकास महिलाओं से बोला कि सब अपने घर में घुस जाओ। पुलिस आए तो खोलना नहीं है।