आयकर विभाग परिवारिक सदस्यों से उनके इनकम के स्रोत पूछेगी। जिनके माध्यम से यह संपत्तियां खरीदी गई है। बिकरू कांड के बाद आरोपियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग के आर्थिक पहलुओं पर जांच में बड़े खुलासे निकल कर सामने आ रहे हैं। जिनके खिलाफ करोड़ों की संपत्ति मिली है। जो अपराधिक घटनाओं से गलत तरीके से बनाई गई थी। इनमें फ्लैट, जमीन, दुकान आदि शामिल है। यह सभी संपत्तियां विकास दुबे के साथ उसकी पत्नी ऋचा दुबे, जय कांत बाजपेई और उसकी पत्नी श्वेता बाजपेई, अजय बाजपेई, अजय बाजपेई, अभय बाजपेई की जांच के दौरान निकल कर सामने आई है।
जांच में काफी कुछ निकल कर सामने आया है। जिसमें पाया गया कि विकास दुबे जय कांत बाजपेई के माध्यम से अपराध जगत से कमाई गई संपत्ति को इनवेस्ट करता था। जय कांत बाजपेई उस रकम का उपयोग अपने मित्र के नाम पर अचल संपत्ति खरीदता था। यह संपत्ति पनकी, ब्रह्म नगर, हर्ष नगर के आसपास खरीदी जाती थी। फ्रेंड्स एजेंसी, नेचर शॉप, बालीजी पेट शॉप, फ्रेंड पेट शॉप नाम की दुकानें भी आयकर विभाग की जांच परिधि में है। मिली जानकारी के अनुसार जय कांत बाजपेई के साथ उसके परिवार के अन्य सदस्यों की पारिवारिक आय का रिटर्न इतना दाखिल किया जाता था कि वह टैक्स जमा करने के दायरे में नहीं आते थे। जांच रिपोर्ट आने के बाद अब विभाग सभी आरोपियों को नोटिस भेजकर उनकी संपत्तियों के विषय में जानकारी देने की मांग की है।