scriptबिकरू कांड – विकास दुबे के हथियारों की हो रही थी सौदेबाजी, चढ़ गए एसटीएफ के हत्थे | Bikru kand - Vikas Dubey's arms were being negotiated, STF caught | Patrika News

बिकरू कांड – विकास दुबे के हथियारों की हो रही थी सौदेबाजी, चढ़ गए एसटीएफ के हत्थे

locationकानपुरPublished: Mar 01, 2021 10:08:47 pm

Submitted by:

Narendra Awasthi

– चौबेपुर थाना में दर्ज मुकदमे के सिलसिले में दबिश देने गए बिल्हौर सीओ और पुलिस टीम पर सुनियोजित तरीके से विकास दुबे और उसके गुर्गों ने हमला बोला था जिसमें सीओ सहित आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे। आठ महीने बाद पुलिस को मिली बड़ी सफलता।

बिकरू कांड - विकास दुबे के हथियारों की हो रही थी सौदेबाजी, चढ़ गए एसटीएफ के हत्थे

बिकरू कांड – विकास दुबे के हथियारों की हो रही थी सौदेबाजी, चढ़ गए एसटीएफ के हत्थे

कानपुर. बिकरू कांड के बाद बनाई गई एसटीएफ को आज उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी। जब मुखबिर की सूचना पर टीम ने सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। इस दौरान उन्होंने भारी मात्रा में आर्म्स एंड एम्युनेशन भी बरामद किया है। जिसमें विकास दुबे का मेड इन अमेरिका रिवाल्वर भी शामिल है। 2 जुलाई 2020 की रात मैं घटना हुई थी जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।

चौबेपुर थाना में दर्ज था मुकदमा

उल्लेखनीय है बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्र चौबेपुर थाना में दर्ज मुकदमा 147/ 148 /149 /504/ 323 /364 /342 /307 आईपीसी की धारा व 7 सीएलए एक्ट में नामजद अभियुक्त विकास दुबे पुत्र राम कुमार दुबे निवासी बिकरू थाना चौबेपुर कानपुर नगर में की गिरफ्तारी के लिए चौबेपुर थाना अंतर्गत बिकरू गांव गए थे।

सुनियोजित तरीके से किया था हमला

सुनियोजित तरीके से दुर्दांत अपराधी विकास दुबे ने हमला बोल कर क्षेत्राधिकारी बिल्लौर देवेंद्र मिश्र सहित तीन उप निरीक्षक व 4 आरक्षी की हत्या कर दी थी। हमले में 6 पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। विकास दुबे अपने साथियों की मदद से पुलिस टीम की एके-47 राइफल, एक इंसास राइफल, एक 9mm ग्लॉक पिस्टल, दो 9mm पिस्टल लूट ले गया था। इस संबंध में चौबेपुर थाना में आईपीसी की धारा 147 148/ 149/ 302/ 307/ 394 व 7 सीएल एक्ट के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कराया गया था। जिसमें विकास दुबे सहित 21 नामजद व 60-70 अज्ञात शामिल थे।

हथियारों की हो रही थी सौदेबाजी

आईजी अमिताभ यश ने आज हुई बरामदगी की जानकारी दी। घटनाक्रम के अनुसार एसटीएफ फील्ड यूनिट कानपुर के पुलिस उपाधीक्षक तेज बहादुर सिंह के नेतृत्व में निरीक्षक शैलेंद्र कुमार सिंह निरीक्षक लान सिंह, उप निरीक्षक शिवेंद्र सिंह द्वारा सूचनाएं एकत्र की जा रही थी। मुखबिर से सूचना मिली के मृतक अभियुक्त विकास दुबे, मृतक अभियुक्त अमर दुबे, मृतक अभियुक्त प्रभात मिश्रा उर्फ कार्तिकेय के साथ घटना को अंजाम देने वाले घटना में प्रयुक्त आर्म्स एंड एम्युनेशन को बेचने जा रहे हैं। सूचना मिलने पर सक्रिय हुई एसटीएफ कानपुर देहात, औरैया, दिल्ली और मध्य प्रदेश मुखबिर के साथ रवाना हुई। बताया गया कि मध्य प्रदेश के भिंड निवासी से खरीदने बेचने की बात पक्की हो चुकी है और भौती पनकी पड़ाव चौराहे से इंडस्ट्रियल एरिया की ओर जाने वाले सर्विस रोड के पहले अंडरपास के निकट आदान-प्रदान होगा। सूचना मिलते ही एसटीएफ सक्रिय हुई और घटनास्थल से अभियुक्तगणों सहित असलहा बरामद किए।

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