बिकरू कांड में अभी तक कई पुलिसकर्मी जांच के दायरे में आ चुके हैं। वहीं अब कानपुर देहात के इन तीन थानों के पुलिसकर्मी जांच के घेरे में आ गए हैं। दरअसल घटना के बाद बिकरू से फरार हुए विकास, अमर दुबे (Amar Dubey) और प्रभात मिश्रा (Prabhat Mishra) पुलिस से बचने के लिए पहले शिवली में रुके। फिर रसूलाबाद गए और मंगलपुर में दो दिनों तक ठहरे रहे। जांच की जद में 70 से अधिक पुलिसकर्मी हैं। इसमें शिवली में विकास के मददगार रामजी के पड़ोसी चार पुलिसकर्मी भी सम्मिलित हैं।
आईजी ने बताया कि जांच में जो पुलिसकर्मी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। अगर किसी ने मदद की होगी तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। वहीं सोमवार को अधिवक्ता सौरभ भदौरिया के बयान लखनऊ में ईडी ने दर्ज किए। सौरभ ने ईडी अधिकारियों को जय बाजपेई और विकास समेत कई अन्य लोगों की 27 संपत्तियों की रजिस्ट्रियां सौंपीं। हालांकि अगले सप्ताह फिर बयान के लिए बुलाया गया है।