शमी अंसारी बनें जिलाध्यक्ष
लोकसभा चुनाव का शंखदान हो चुका है। सपा-बसपा के संभावित गठबंधन को देखते हुए बीजेपी ने नए सिरे से रणनीति बनानी शुरू कर दी है। कानपुर-बुंदेलखंड परिक्षेत्र में अल्पसंख्यक मोर्चे का पूरा संगटन खड़ा की दिया है। 14 जिलों की कमान मुस्लिमों को सौंपी गई है तो वहीं दलित, ओबीसी का अगल संगठन पिछले एक माह से कमल के लिए जमीन तैयार कर रहा है। पार्टी अब मुस्लिम समाज को ज्यादा से ज्यादा संख्या में जोड़ने के लिए मुहिम चला रही है और उन्हें पद भी दे रही है। कानपुर नगर के उत्तरक्षेत्र की अल्पसंख्क मोर्चे की सूची नगर अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने जारी कर दी। जिसमें अध्यक्ष का पद शमी अंसारी को दिया गया है, जबकि महामंत्री एसजी अब्बास बनाए गए हैं।
इन्हें भी मिला पद
नगर इकाई के अल्पसंख्यक मोर्चे के कोषाध्यक्ष मोहम्मद इमरान नियुक्त किए गए हैं वहीं मोहम्मद तारीक को जिला उपाध्यक्ष, अमान अहमद, आवेद आलम, शमशेर सैयद शमीम हामिद को जिला उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा जिला कार्यकारणी की टीम में वैस उस्मानी, आफताब अहमदजुबैर खां, इफ्तखार अली, मोहम्मद नासिर शफीक अहमद को जगह दी गई है। नगर अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने कहा कि पूरी टीम 2019 को फतह करने के लिए जुट गई है। पार्टी को पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुस्लिम समाज मिलकर देश को विकास के पथ पर लेकर जाएगी।
निकाय चुनाव में मिले थे कमल को वोट
नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने कानपुर में 110 वार्डो में से 109 में अपने प्रत्याशी उतारे थे। सीसामऊ, कैंट और आर्यनगर मुस्लिम बाहूल्य वार्डो में पहली बार कमल के पक्ष में वोट पड़े। ऐसे कई वार्ड थी जहां बीजपी के उम्मीदवार बसपा व कांग्रेस से आगे रहे। जानकारों का मानना है कि बीजेपी अब अपने अल्पसंख्यक मोर्चे के बल पर सपा व बसपा के वोटबैंक में सेंधमारी के लिए पूरी ताकत से जुट चुकी है। 17 जिलों में बीजेपी ने अल्पसंख्यक मोर्चे का पूरा संगठन खड़ा कर दिया है, जो 2019 में विपक्ष पर भारी पड़ सकता है।