बता दें कि सड़क मार्ग से पहुंचे सिंचाई मंत्री ने सबसे पहले रनियां के रेंवना रजवाहा का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने नहर के दोनों तरफ खड़ी घास को साफ कराने के निर्देश दिए। ग्रामीण हरिओम शुक्ला ने बताया कि नहरों की सिल्ट सफाई नहीं हुई है और नहरों की पग डंडियों पर कुछ लोगों ने खनन कर लिया है। इस पर मंत्री ने उप जिलाधिकारी सदर को जांच के लिए निर्देशित किया। कानपुर निचली गंग के अंतर्गत अकबरपुर रजवाहा के निरीक्षण के दौरान उन्हें बताया गया कि यह रजवाहा लगभग 34 किलोमीटर लंबा है और इसमें 130 क्यूसिक पानी प्रवाहित किया जाता है। जमा सिल्ट की सफाई के लिए 10 लाख की लागत आयेगी। मंत्री ने नहर के हेड पर करायी जा रही सिल्ट सफाई पर नाराजगी व्यक्त की।
अधीक्षण अभियंता को निर्देशित किया कि तत्काल कार्य को रोककर सिल्ट सफाई का कार्य टेल से शुरू कराएं। इसके बाद वे सिकंदरा के अंतर्गत भोगनीपुर निचली गंग नहर के सिकंदरा रजवाहा का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां ग्रामीणों ने बताया कि पानी टेल तक तो पहुंचता है लेकिन हेड पर कम हो जाता है इससे किसानों को परेशानी होती है। मंत्री ने इस समस्या के निराकरण हेतु अधिशाषी अभियंता को निर्देशित किया। इस दौरान उप जिलाधिकारी सदर आनन्द कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी सदर अर्पित कपूर, अधिशाषी अभियंता रामराज राजपूत, राजेश मिश्रा, ओपी मौर्या, अधीक्षण अभियंता रामसागर, डीके तिवारी सहित ग्रामीण जन व कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।