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इंसानों पर कहर बन कर टूटता था बाहुबली, इस बेजुबान को देख निकल जाती थी हेकड़ी

locationकानपुरPublished: May 16, 2018 11:40:03 am

Submitted by:

Vinod Nigam

 
सीतापुर जेल में बंद है आरोपी विधायक यहां कुत्तों का है आतंक, 21 मई को दूसरी जेल में भेजने की लगा सकता है गुहार
 

   सीतापुर जेल में बंद है आरोपी विधायक यहां कुत्तों का है आतंक, 21 मई को दूसरी जेल में भेजने की लगा सकता है गुहार
कानपुर। सीतापुर जिले की जेल में बंद बाहुबली विधायक इस वक्त खासा डरा हुआ है। क्योंकि वहां पर आवरा कुत्तों का आतंक है और वह आएदिन मासूमों को अपना शिकार बना रहे हैं। विधायक इंसानों के बजाए इसी बेजुबान से खौफ खाता है। इसका खुलाशा मांखी निवासी राजेश सिंह ने किया, जो बर्रा पुलिस चौकी के पास चाय की दुकान चलाते हैं। राजेश बताते हैं कि नाना की कमाई सियासत को कब्जे में लेकर कुलदीप सिंह खुद माखी का राजा बन बैठा। जब जिसे चाहा उसे मरवा दिया, जिसकी जमीन चाही उस पर कब्जा कर लिया। खुबसूरत युवतियों पर नजर पड़ी तो उसे अपना शिकार बना डाला। कचहरी से लेकर खाकी उसकी कोठी में लगती थी, जिसने मुहंखोला उसे कोठी के अंदर सजा सजा दी जाती थी। बाहुबली विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से थर-थर माखी कांपती था, पर उसके अंदर भी अपनी मौत का खौफ हर वक्त रहता था। विधायक इंसानों के बजाए कुत्तों से डरता था। कुत्तों को देख वह कोठी में डुबक जाता था। कुछ साल पहले विधायक ने माखी से आवारा कुत्तों के कत्ल का फरमान सुना दिया था। कोटी के आसपास बंदूक धारी इंसानों के बजाए कुत्तों पर नजर रखते थे। यदि कुत्ता नजर आ जाता तो वह उसका काम तमाम कर देते थे।
क्या है पूरा मामला
उन्नाव जिले की मांखी गांव निवासी एक छात्रा ने बांगरमऊ से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर गैंगरेप का आरोप लगाया था। पीड़िता ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी कि 4 जून 2017 को विधायक सेंगर ने उसके साथ्स रेप किया था। जबकि सेंगर की महिला सहयोगी शशि सिंह गार्ड के तौर पर रूम के बाहर खड़ी थी। पीड़िता की शिकायत को उन्नाव पुलिस ने नजरअंदाज कर विधायक को बचाने में लगी थी। इस पर पीड़िता न्याय के लिए सीएम योगी के दर पर जा पहुंची औा आत्मदाह की कोशिश की। उसी दिन पुलिस कस्टडी में पीड़िता के पिता की मौत हो गई और मामला हाई-प्रोफाइल होगा। पब्लिक सड़क पर उतर आई तो योगी सरकार हिल गई। सीएम योगी ने पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराए जाने का आदेश दे दिया। सीबीआई ने विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे अरेस्ट कर जांच शुरू कर दी। सीबीआई का विधायक पर शिकंजा कस लिया है और उसे सजा दिलाने के लिए पर्याप्त एवीडेंस खोज निकाले हैं।
क्यों कुत्तों से डरता है विधायक
सीतापुर जेल में बंद बाहुबली विधायक जब 18 साल का था तब उसे कुत्ते ने काट लिया था। इस दौरान वह अस्पताल में कई दिन तक जिंदगी और मौत के बीच झूलता रहा। बर्रा पुलिस चौकी में चाय की दुकान चला रहे माखी निवासी राजेश सिंह ने बताया कि पहले विधायक और गैगरेप पीड़िता के परिवार के बीस एकता थ। पीड़िता के ताऊ गुड्डन सिंह विधायक व अपने भाईयों में सबसे बड़े थे और माखी के लोग उन्हें ताऊ कह कर पुकारते थे। जब विधायक को कुत्ते ने काटा था तब तीन किमी तक गुड्डन सिंह उसे कंधे में लेकर अस्पताल पहुंचाया था। असी के बाद विधायक का सबसे बड़ा दुश्मन बेजुबान हो गया। कोठी के आसपास कुत्तों को वह भटकने नहीं देता था। जबकि उसका छोटा भाई कुत्ते पालने का बहुत शौखीन था। इसी के चलते विधायक ने उसे उन्नाव से दिल्ली भेज दिया।
विधायक की परेशानियां बढ़ीं
विधायक के लिए एक और बुरी खबर सीबीआई की तरफ से आई है। बाहुबली विधायक के खिलाफ सीबीआई के हाथ अहम सबूत लग गए है, जो कोर्ट में सजा दिला सकते हैं। सीबीआई का कहना है कि उन्हें ऐसे सबूत मिले हैं, जिनसे कुलदीप सेंगर की इस मामले में संलिप्तता की बात सही साबित होती है। वहीं पीड़िता व उसके परिजन खुश हैं और उन्होंने आरोपी विधायक को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की है। पीड़िता के चाचा महेश ने बताया कि हम तो चाहते हैं कि आरोपी विधायक फांसी की सजा मिले। साथ ही सरकार से हम मांग करते हैं कि उसके अन्य साथियों को अरेस्ट कर माखी को आतंक से मुक्ति दिलाए। आज भी विधायक के गुर्गे कोठी व गांव में मौजूद हैं और गवाहों को डरा-धमका रहे हैं।
इस आरोपी ने उठाया परदा
पीड़ित किशोरी के पिता के खिलाफ उन्नाव निवासी टिंकू सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में पीड़ित किशोरी के पिता पर तमंचे से फायर करने का आरोप था। इसके बाद ही पुलिस ने तमंचे के साथ गिरफ्तारी दिखाकर पीड़ित किशोरी के पिता को जेल भेज दिया था। बताया गया कि टिंकू सिंह बुधवार को खुद ही लखनऊ स्थित सीबीआई मुख्यालय पहुंच गया। सीबीआई उससे सिलसिलेवार पूछताछ कर रही है। टिंकू के बयानों से पुलिस की पूरी कहानी साफ होगी। कई अहम राज खुलेंगे। मसलन रिपोर्ट किसके दबाव में लिखाई गई थी और वास्तव में तमंचे की बरामदगी कहां से हुई थी। टिंकू से पूछताछ को बेहद अहम माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो टिंकू के सरेंडर के बाद सीबीआई को विधायक के खिलाफ पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं और माना जा रहा है कि टिंकू सिंह की गवाही और एवीडेंस की मदद से सीबीआई विधायक को सजा दिलवाने में कामयाब होगी।
सीतापुर जेल में बंद है विधायक
आरोपी बांगरमऊ बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को मंगलवार (8 मई) को सुबह उन्नाव जेल से सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। पीड़िता ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक अपील दायर कर आरोपी विधायक को उन्नाव जेल से शिफ्ट करने की याचिका दायर की थी, जिसके बाद ये फैसला लिया गया। जेल प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक, कुलदीप सिंह सेंगर से मिलने वाले लोगों की तादाद को देखते हुए और केस की गंभीरता को देखते हुए ये कदम उठाया गया. आपको बता दें कि पहले लखनऊ जेल में शिफ्ट करने की बात चल रही थी, लेकिन अब सीतापुर जेल में भेजा दिया गया है। सीबीआई उसे 21 मई को कोर्ट में पेश कर सकती है।
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