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अमित शाह ने महागठबंधन का निकाला तोड़, यूपी में इस प्लॉन के जरिए खिलाएंगे कमल

locationकानपुरPublished: Aug 07, 2018 10:21:50 am

Submitted by:

Vinod Nigam

मंदिरों, मठों, ुगरूद्धारों व महंतों की संख्या का जुटा रहे ब्योरा, परिवार के सदस्यों को भी मीन पर उतारा

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अमित शाह ने महागठबंधन का निकाला तोड़, यूपी में इस प्लॉन के जरिए खिलाएंगे कमल

कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद की पटल से लोकसभा 2019 का आगाज कर दिया तो उसे अमलीजामा पहनाने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जुट गए हैं। समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस के गठबंधन की काट के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने नगर ईकाई से कानपुर जिले के एतिहासिक मंदिर, मठों और उनकी देख-रेख करने वाले महंतों व पुजारियों के नाम जल्द से जल्द तैयार कर पार्टी कार्यालय भिजवाने को कहा था। गुरूपूर्णिमा पर्व के दिन से बीजेपी पदाधिकारी इस काम को अंजाम देने के लिए जुट गए हैं। इसके इलावा वरिष्ठ कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के बच्चे भी संगठन का काम संभालेंगे। इसके साथ ही जिले में दो लाख नए सदस्यों के लक्ष्य व सदस्यों का लक्ष्य भी दिया गया है।
यूपी 75 फतह के लिए जुटी बीजपी
2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर देश के बाकी राज्यों की अपेक्षा यूपी का सियासी पारा सबसे ज्यादा चढ़ा हुआ है। भाजपा का विजय रथ रोकने के लिए यूपी में बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और आरएलडी जहां एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की रणनीति बना चुके हैं, तो वहीं भाजपा के दिग्गजों ने भी सूबे में विपक्ष की घेराबंदी शुरू कर दी है। मिशन यूपी 75 फतह करने के लिए अमित शाह ने जिले के सभी इकाईयों का गठन करवाया और अब शहरों के एतिहासिक मंदिर, मठों के अलावा महंत व पुजारियों का लेखा-जोखा एकत्र करने के लिए बीजेपी के कार्यकर्ताओं को लगा दिया है। बीजेपी कार्यसमित के सदस्य ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि पार्टी कई सालों से मंदिरों के महंतों और पुजारियों के बीच जाकर उनकी राय लेती रही है। विधानसभा चुनाव 2017 से पहले भी पार्टी ने पुजारियों और महंतों की लिस्ट बनाई थी और उनसे रायसुमारी कर उकनी बातों को लिस्ट में लिखा था।
विधानसभा में अजमा चुके हैं नुख्शा
2017 विधानसभा चुनाव से पहले भी अमित शाह के आदेश के बाद कानपुर-बुंदेलखंड के 17 जिलों के करीब 1900 बूथों और 147 मंडलों के मंदिर, मठ और गुरू़द्धारों की संख्या मांगी गई थी। जिनकी गणना के बाद बीजेपी पदाधिकारियों ने प्रदेश कार्यालय भेजी थी। बीजपी के बूथ लेबल के कार्यकर्ता मंदिर और मठों में जाकर पुजारियों और महंतों से राय मांगी थी और इसे अपने एक चुनावी एजेंडे के तौर पर रखा था। उस वक्त कानपुर-बुंदेलखंड में करीब 25 हजार मंदिर, मठों और गुरूद्धारों की लिस्ट तैयार की गई थी। बीजपी को महंत और पुजारियों ने कई सुझाव भी दिए थे। आन्देश्वर मंदिर के महंत ने बताया कि भगवान श्रीराम भी साधू-संतों से रायमौसारा लिया करते थे। संत के पास जो कोई आता है, उसे सही रास्ता मिलता है।
सुनील बंसल ने दिए थे आदेश
कुछ दिन पहले कानपुर आए यूपी के संगठन मंत्री सुनील बंसल ने एक गेस्टहाउस में कानुपर-बुंदेलखंड के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसी दौरान उन्होंने सभी जिलाध्यक्षों से इस काम पर लग जाने को कहा था। सके पीछे बीजेपी की मंशा साफ है कि चुनाव में इनके इस्तेमाल से वह वंचित ना रह जाए। हर बूथ क्षेत्र में आने वाले बड़े मंदिरों और मठों के पुजारियों और महंतों का डाटा भी बीजेपी के माइक्रो लेवल बूथ मैनेजमेंट का हिस्सा है। बूथ के पदाधिकारियों को बीजेपी एक परफॉर्मा दे रही है, जिसमें ऐसे आंकड़ों को भरने की व्यवस्था रखी है। कानपुर-बुंदेलखंड में करीब 20 हजार बूथ प्रमुखों की नियुक्ति हो चुकी है। साथ 18 विस्तारक और 147 मंडल प्रभारी भी बनाए गए हैं। इन्हीं के जरिए बीजेपी अब मंदिरों के आंकड़े जुटवा रही है।
संपर्क फॉर समर्थन का हिस्सा
बीजेपी कार्यसमिति के सदस्य ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि मंदिर, मठों, महंत और पुजारियों के आंकड़े जुटाने का मकसद एकमात्र यह है कि चुनाव में संपर्क करते वक्त ऐसे लोग छूट न जाएं। इसके अलावा ये माइक्रो लेवल पर ’संपर्क फॉर समर्थन’ का हिस्सा भी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की मंशा इसे चुनाव में इस्तेमाल करने की नहीं है। ये माइक्रो लेवल पर संपर्क फॉर समर्थन जैसा है। बतादें बीजेपी ने कानपुर-बुंदेलखंड की 10 में से 9 और विधानसभा की 52 में से 47 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तरह से जीत हासिल करने के लिए माइक्रो लेवल पर अपने संगठन को मजबूत करने में जुट गई है।
परिवार के सदस्य भी खिलाएंगे कमल
उत्तर जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने एक प्रस्ताव तैयार किया है। इसके तहत पार्टी के वरिष्ठ पूर्व और वर्तमान पदाधिकारी, वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के बच्चों की रुचि जानकर सक्रिय सदस्य बनाने और फिर उनकी क्षमता के अनुरूप उन्हें संगठन में जिम्मेदारियां सौंपी जाएं। वह बूथ पर अच्छी भूमिका निभा सकते हैं। जिलाध्यक्ष ने बताया कि 11 और 12 अगस्त को मेरठ में प्रदेश कार्यसमिति में क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह के साथ जाकर हाईकमान को यह प्रस्ताव सौंपेंगे। इसके अलावा दो लाख सदस्य बनाने के लक्ष्य के साथ सदस्यता अभियान शुरू कर दिया गया। सुरेंद्र मैथानी ने बताया कि सदस्यता अभियान में अधिक से अधिक युवाओं को पार्टी से जोड़ना प्राथमिकता रहेगी।

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