जिनमें आर्यनगर, सीसामऊ एवं छावनी विधानसभा सीट है। इसमें से आर्यनगर व सीसामऊ सीट उत्तर जिले में है और छावनी विधानसभा सीट दक्षिण जिले में है। पार्टी नेताओं के मुताबिक विजय बहादुर पाठक के प्रभारी बनने से अब दोनों ही जिलों में कमियों की सारी रिपोर्ट सीधे हाईकमान तक पहुंचेगी। विधानसभा चुनाव के लिए अभी करीब एक वर्ष का समय है और इस अभियान की शुरुआत छह फरवरी से होगी। जब विजय बहादुर के प्रभारी बनने के बाद पहली बार आ रहे हैं।
दोनों ही जिलों की अलग बैठक भी उस दिन बुलाने के संकेत है। जिसमें सभी पदाधिकारियों से यह राय भी ली जाएगी कि आखिर ये तीनों सीटें पार्टी क्यों नहीं जीत रही है। साथ ही इन सीटों को जीतने के लिए क्या जतन किए जा सकते हैं। पार्टी नेताओं के मुताबिक लापरवाह पदाधिकारियों से भी सवाल जबाव हो सकतें हैं। विजय बहादुर पाठक के कानपुर में काफी करीबी हैं, जो उन्हेंं स्थानीय फीड बैक भी देते हैं। इसलिए कानपुर की तस्वीर उनके सामने साफ है। फिलहाल इस अभियान से पार्टी अब इन हारी सीटों पर अगले विधानसभा चुनाव के लिए पैठ बनाएगी।