इस संबंध में एडीजीसी जितेन्द्र पांडेय ने बताया कि अब्दुल रज्जाक और मो. अयाज बांग्लादेशी युवती को बहला फुसलाकर दिल्ली बेचने के लिए जा रहे थे। 23 अगस्त 2019 में कानपुर सेंट्रल के पहले युवती को शक होने पर चिल्लाने लगी। जिस पर यात्रियों ने दोनों युवतियों युवकों को पकड़ लिया। जीआरपी ने दोनों आरोपियों को बांग्लादेशी किशोरी के अपहरण के मामले में गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पकड़े गए अब्दुल रज्जाक और मो. अयाज ने बताया था कि वह बांग्लादेश और म्यांमार निवासी हैं। बांग्लादेश की एक किशोरी को बेचने के लिए दिल्ली ले जा रहे है। दोनों के पास पासपोर्ट और वीजा भी नहीं मिला। जीआरपी दोनों को जेल भेज दिया। जबकि किशोरी को नारी निकेतन।