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आखिर ये हैं कौन, जो मरीजों को जबरन उठा ले जाते हैं, जानिए क्या है पूरा मामला, अफसर हुए सक्रिय

locationकानपुरPublished: May 17, 2019 12:29:15 pm

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

हालांकि फुटेज देखे जाने पर एक दलाल की पहचान भी किये जाने की बात सामने आई है।

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आखिर ये हैं कौन, जो मरीजों को जबरन उठा ले जाते हैं, जानिए क्या है पूरा मामला, अफसर हुए सक्रिय

कानपुर देहात-जिले के अफसरों के सख्त निर्देशो के बावजूद कानपुर देहात के संयुक्त जिला अस्पताल में दलालों के कारनामे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बीते महीनों में जिलाधिकारी सहित अन्य अफसरों ने कई बार दलालों की वजह से हुए बवाल सामने आने पर कड़ाई रखने के निर्देश दिए थे। बाद में मरीजों की सुरक्षा के लिए अस्पताल में चौकी भी बनवाई गई लेकिन इन दलालों दलालों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि बीते दिन सड़क दुर्घटना में घायल दंपती को दलाल निजी वाहन में जबरन ले गए और ड्यूटी पर तैनात इमरजेंसी डॉक्टर ताकते रहे। दलालों की अराजकता देख ईएमओ ने सदर एसडीएम को जानकारी दी। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने सीएमएस को बुलाकर दलालों की पहचान कराने के प्रयास किए हैं। हालांकि फुटेज देखे जाने पर एक दलाल की पहचान भी किये जाने की बात सामने आई है।
कानपुर देहात के संयुक्त जिला अस्पताल में बीते दिन रात्रि डयूटी में डॉक्टर पवन पार्या की डयूटी थी। शाम करीब साढ़े छह बजे एक सड़क दुर्घटना में कानपुर जिले के सचेंडी थाने के रेवरी गांव निवासी घायल सूरज व उसकी पत्नी सविता को घायल महिला का भाई जयचंद्र इलाज के लिए एनएचएआइ एंबुलेंस से जिला अस्पताल लेकर आया था। इमरजेंसी कक्ष में डॉक्टर ने घायल दंपति का जैसे ही इलाज शुरू किया। तभी अस्पताल में सक्रिय दलाल निजी वाहन लेकर पहुंच गए और इमरजेंसी में उपचार कर रहे ईएमओ के सामने दंपति को ले जाने लगे। ईएमओ के रोकने के बावजूद दलालों ने उनकी एक न सुनी और घायलों को जबरन उठा ले गए। इस पर ईएमओ ने सूचना एसडीएम सदर व सीएमएस को दी।
मौके पर पहुंचे एसडीएम आनंद कुमार सिंह ने इमरजेंसी के अभिलेखों में दर्ज घायलों के नाम-पता की जानकारी की। इसी दौरान पहुंचे सीएमएस डॉ रमेश बाबू से इमरजेंसी के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज से दलालों की पहचान कराने के निर्देश दिए। फुटेज देखे जाने पर एक दलाल की पहचान की गई है। आपको बता दें कि जिला अस्पताल में दलालों पर रोकथाम लगाने के लिए डीएम के निर्देश पर इमरजेंसी कक्ष के पास कई माह पहले पुलिस चौकी स्थापित की गई थी। यहां पर चौकी इंचार्ज व पुलिस कर्मियों की तैनाती है, लेकिन दलालों द्वारा जबरन घायल दंपती को ले जाने के दौरान पुलिस कर्मी चौकी से नदारद थे। मौके पर पहुंचे एसडीएम के निरीक्षण पर भी चौकी का कोई पुलिस कर्मी नहीं मिला। फिलहाल एसडीएम ने कार्रवाई की तैयारी शुरू की है। इसके लिए ड्यूटी पर तैनात डाक्टर से लिखित में मांगा गया है।
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