बसपा कार्यकर्ता जमीन पर उतरे
17वीं लोकसभा के चुनाव ने प्रदेश में एक और चुनाव की बुनियाद रख दी है। लोकसभा चुनाव मैदान में उतरे प्रदेश सरकार के चार में से तीन मंत्रियों के सिर जीत का सेहरा बंधा। इनके अलावा सपा व बसपा के विधायक भी जीते हैं। लोकसभा चुनाव जीतने वाले मंत्रियों और विधायकों के इस्तीफे से रिक्त होने वाले 11 विधानसभा क्षेत्रों के अलावा हमीरपुर से भाजपा विधायक अशोक चंदेल को सजा होने के चलते वहां भी उपचुनाव होंगा। इसी के कारण बसपा का पूरा फोकस उपचुनाव को लेकर है और पार्टी के कार्यकर्ता बूथ से लेकर गांव में दल को मजबूत करने के लिए जुट गए हैं।
बैठक में लिए गए फैसले
बसपा कार्यालय में पूर्व सांसद मुनकाद अली के नेतृत्व में कानपुर पार्टी कार्यालय में मंडीय बैठक हुई। जिसमें एमएलसी भीमराव अंबेडकर विनोद संखवार चिंतमणि, मया चरण दिनकर लालाराम अहिरवार और नरेंद कुशवाहा के अलावा बुंदेलखंड के सभी जिलों के पदाधिकारी मौजूद थे। इस दौरान सेक्टर दो यूपी प्रभारी ने लोकसभा में मिली हार की मंडलीय समीक्षा की। सेक्टरव बूथ कमेटियों का फिर से सक्रिय कर दिया गया। प्रभारी ने कहा कि हमें उपचुनाव में कानपुर और बुंदेलखंड की गोविंदनगर, मानिकपुर और हमीरपुर विधानसभा सीट में जीत दर्ज करनी है।
बूथ मजबूत तो जीत तय
प्रभारी ने कहा कि गांव, कस्बों और मोहल्लों में बूथ और सेक्टर स्तर को मजबूत करना है। जब तक सेक्टर मजबूत नहीं होगा तब तक अच्छे परिणाम नहीं आएंगे। चुनाव की घोषणा से पहले संगठन कर हर हाल में काम पूरा करना है। बसपा प्रमुख मायावती ने इसके लिए 20 से 25 दिन का समय दिया है। यूपी प्रभारी ने पदाधिकारियों से कहा कि भाई चारा कमेटियों का गठन करें। पार्टी में दलितों के अलावा ज्यादा से ज्यादा सवर्ण कार्यकर्ताओं को जोड़ें। युवाओं को पार्टी की विचारधारा से अवगत करानें के लिए चौपाल लगाएं और बसपा प्रमुख के कार्यो के आलावा वर्तमान सरकार व बसपा सरकार के कार्यकाल में कानून व्यवस्था कैसी थी उन्हें अवगत कराएं।
तीन मंत्री चुने गए सांसद
गोविंदनगर क्षेत्र से विधायक प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल को डेढ़ लाख से अधिक वोटों से हराकर कानपुर संसदीय सीट पर भाजपा का दबदबा कायम रखा है। वहीं टुंडला सुरक्षित सीट से विधायक निर्वाचित हुए पशुधन मंत्री एसपी सिंह बघेल आगरा सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को दो लाख से अधिक मतों से पराजित किया। लखनऊ कैंट सीट की विधायक प्रदेश की महिला कल्याण व पर्यटन मंत्री डॉ.रीता बहुगुणा जोशी ने इलाहाबाद में भाजपा का झंडा गाड़ा। तीनों मंत्रियों के जीतने पर उनके इस्तीफे से रिक्त होने वाले विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव होना तय है।
ये विधायक सासंद चुने गए
कैराना की सीट पर भाजपा ने विधायक प्रदीप चौधरी को चुनाव के उतारा और वो सांसद चुने गए। भाजपा विधायक अक्षयवर लाल गौड़ ने बहराइच में कमल खिलाया। विधायक आरके सिंह पटेल ने बांदा में केसरिया फहराया। प्रतापगढ़ विधानसभा क्षेत्र से अपना दल के टिकट पर निर्वाचित हुए विधायक संगम लाल गुप्ता ने जीत दर्ज की। अलीगढ़ के इगलास क्षेत्र के भाजपा विधायक राजवीर सिंह दिलेर हाथरस सीट पर जीत दर्ज की। बाराबंकी के जैदपुर क्षेत्र के भाजपा विधायक उपेंद्र सिंह रावत भी संसद चुने गए। सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा को बसपा के प्रत्याशी जो जलालपुर सीट से विधायक हैं ने अंबेडकरनगर सीट पर चुनाव में शिकस्त दी। आजम खान ने रामपुर सीट से चुनाव जीता, वो रामपुर से विधायक थे।