अन्य नेता भी छोड़ सकते बसपा
समीम अहमद के भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने के बाद यूपी की सियासत तेज हो गई है। जानकार मान रहे हैं कि कांग्रेस के दो कद्दावर नेता किसी भी वक्त भाजपा में जा सकते हैं। इसके अलावा एक अन्य बसपा नेता के भी सत्ताधारी दल में जाने की चर्चाएं चल रही हैं। कानपुर-बुंदेलखंड की मीडिया प्रभारी मोहित पांडेय ने बताया कि सलीम अहमद के भाजपा में शामिल होने से पार्टी और मजबूत हुई है। भाजपा सबका-साथ, सबका-विकास और सबके विवास के मार्ग पर चल रही है।
कौन है सलीम अहमद
सलीम अहमद ने राजनीति की शुरूआत बतौर बसपा कार्यकर्ता के तौर पर की थी। इन्हें पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी का करीबी माना जाता है। बसपा ने 2012 में सलीम अहमद को कानपुर मेयर पद के लिए चुनाव के मैदान में उतारा था। करीब दो लाख वोट पाने के बाद वो तीसरे नंबर पर रहे थे। इसी के बाद मायावती ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी के कहने पर इन्हें 2014 में लोकसभा का टिकट दिया, पर मोदी लहर के चलते सलीम को हार उठानी पड़ी। 2017 विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद मायावती ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पार्टी से निकाल दिया। इसी से नाराज होकर सलीम अहमद भी पार्टी छोड़ दी और कांग्रेस का दामन थाम लिया था।
2019 में बसपा में हुई थी वापसी
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले सलीम अहमद फिर से बसपा में शामिल हो गए थे। सलीम को कानपुर नगर से टिकट दिए जाने की कही गई थी, लेकिन समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन होने के कारण ये सीट अखिलेश यादव के पास चली गई। इसी के चलते सलीम अहमद को टिकट नहीं मिला। चुनाव के बाद से सलीम अहमद के भाजपा में जाने की चर्चाएं थीं। जानकार बताते हैं के भाजपा में इन्हें बड़ा पद मिल सकता है। साथ ही बसपा के कई अन्य नेता भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं।