सड़क पर भिड़ गए सांड़ आवारा जानवर की बढ़ती संख्या और दिनों दिन खतरनाक होते आवारा जानवरों के चलते सड़क पर राहगीरों व वाहन चालकों का निकलना मुश्किल हो गया है। बाजारों व प्रमुख स्थानों पर सांड़ों के बढ़ते आतंक के चलते लोग निशाना बन रहे है लेकिन नगर निगम का अमला शांत बैठा हुआ है। जाजमऊ में दो सांड़ों की बीच सड़क लड़ाई से एक घंटे तक दहशत का माहौल रहा। लड़ते समय दो राहगीरों को मारकर घायल कर दिया। एक पान की गुमटी टूट गई और परचून की दुकान का सामान बर्बाद हो गया। बीच सड़क सांडो की लड़ाई रोकने के लिए क्रेन बुलाई गयी, लेकिन साड़ों पर इसका असर नहीं हुआ। इसके बाद स्थानीय लोगों ने आग के जरिए साड़़ों को अलग किया गया।
क्रेन भी नहीं कर पाई काबू जाजमऊ छबीलेपुरवा में दो सांड़ आपस में लड़ते लड़ते बीच सड़क आ गए जिससे राहगीरों में दहशत फ़ैल गयी। लड़ते हुए दोनों ने वहां से गुजर रहे कई बाइक सवारों को मारकर घायल कर दिया ।लड़ते हुए दोनों सांड़ आफान अहमद की परचून की दुकान में घुस गए और हजारों का माल बर्बाद कर दिया। शोर सुन आसपास के लोगों ने हिम्मत दिखाई और लाठी डंडे मारकर बाहर किया। बगल में नीरज कुमार की पान की गुमटी लड़ते हुए दोनों सांड़ ने तोड़ दी । करीब आधे घंटे तक लोग परेशान रहे। सांडों की लड़ाई को रोकने के लिए क्रेन बुलाई गयी, पर वो भी उन पर काबू नहीं कर पाई।
आग देखकर भागे साड़ साड़ों पर जब क्रेन का असर नहीं हुआ तो स्थानीय लोगों ने आग के जरिए उन्हें भगाने की कोशिश की। आग को देख साड़ भाग खड़े हुए।लोगों का कहना है कि इलाके में सैकड़ों की संख्या में आवारा मवेशी सुबह से लेकर रात तक धमाचौकड़ी लगाते हैं। रात में मवेशी सड़क पर बैठ जाते हैं, जिसके चलते चाहन चालक इनसे भिड़ कर घायल हो रहे हैं। अहमद ने बताया कि पांच माह पहले एक साड़ ने महिला पर हमला कर दिया था। महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। लोगों का आरोप है नगर निगम इन्हें काझीहाउस में रखने के बजाय सड़क पर छोड़ रखा है।