पैसे मांगने पर दी सजा
बिल्हौर विधानसभा सीट से बसपा के पूर्व विधायक कमलेश दिवाकर व वर्तमान सपा नेता पर ठेकेदार के अपहरण का मामला सामने आया है। बिठूर निवासी ठेकेदार रवि कुमार ने बताया कि कमलेश दिवाकर मकान व सड़क निर्माण का ठेका लेते हैं। हम उन्हें मटेरियल की आपूर्ति करते थे। रवि का आरोप है कि पूर्व विधायक ने मटेरियल ले लिया और जम हमने उनसे पैसे मांगे तो गाली-गलौज कर भगा दिया। हमने पुलिस से शिकायत की बात कही तो वो आगबबूला हो गए। देरशाम अपने पांच साथियों के साथ वो हमारे घर आए और बंदूक के बल पर उठा ले गए।
बंधक बनाकर पीटा
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि पूर्व विधायक ने उसे एक घर के अंदर बंधक बना लिया और जमकर पीटा। होश में आने के बाद सपा नेता ने कहा कि पैसे तो नहीं दूंगा, हां पुलिस के पास गया तो इस दुनिया से उठा दूंगा। मैंने विधायक से फरियाद की तो उसने मुझे फिर से पीटना शुरू कर दिया और बेहोश होने पर सड़क के किनारे फेंक कर फरार हो गए। राहगीरों ने मुझे अस्पताल भिजवाया और प्राथमिक उपचार के बाद परिजनों के साथ मैं थान जाकर पुलिस को तहरीर दी।
2018 में मायावती ने पार्टी से निकाला
बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पूर्व विधायक कमलेश दिवाकर को मार्च 2018 में पार्टी से निष्कासित कर दिया था। वर्ष 2007 में कमलेश दिवाकर ने बिल्हौर विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव जीता था। नगर निकाय चुनाव में कमलेश दिवाकर पर बसपा के प्रत्याशियों के खिलाफ प्रचार करने का आरोप लगा था। इसी के बाद उन्हें दल से बाहर किया गया। दिवकार अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी की सदस्यता ले ली। इनके पास रसूलाबाद के अलावा बिल्हौर का प्रभार था।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
कल्याणपुर क्षेत्राधिकारी राजेश पांडेय ने सोमवार को बताया कि बिठूर क्षेत्र में रहने वाले रवि शुक्ला ठेकेदार है। वह पूर्व विधायक के साथ ठेकेदारी का काम करते है। किसी काम की धनराशि की मांग ठेकेदार ने पूर्व विधायक से की। जिस पर देर रात उन्होंने उसे अपने साथियों के साथ अगवा किया और मारपीट के बाद धमकाया। इसको लेकर पीड़ित ठेकेदार की ओर से मिली तहरीर के आधार पर पूर्व विधायक व उनके पांच सहयोगियों समेत कुल छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रकरण की गहनता से जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।